‘गीत रामायण’ कलाकृति महाराष्ट्र की संस्कृति की अमूल्य धरोहर
पूर्व नगरसेवक तुषार भारतीय का प्रतिपादन
अमरावती/ दि.15 – ग.दि. माडगुलकर तथा श्रेष्ठ संगीतकार सुधीर फडके इन दोनो कलाकारों के अथक प्रयासों से निर्माण ‘गीत रामायण’ यानि महाराष्ट्र की संस्कृति की अमूल्य धरोहर है. गीत रामायण यानि सरस्वती के मंदिर का दीपक है, जैसे दीपक के प्रकाश से सभी ओर मंगल होता है और यह पवित्र है. ऐसा प्रतिपादन भाजपा नेता तथा पूर्व नगरसेवक तुषार भारतीय ने व्यक्त किया. वे प्रभु श्रीराम व हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में गुुरुकुल बहुउद्देशीय शिक्षण संस्था तथा तुषार भारतीय मित्र परिवार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित गीत रामायण कार्यक्रम में बोल रहे थे.
इस अवसर पर चंदू पवार, गणेश अविनाशे, प्रा. धापटे, डॉ. अशोक उमप प्रमुख अतिथि के तौर पर उपस्थित थे. भाजपा नेता तुषार भारतीय ने आगे कहा कि, मनपा क्षेत्र अंतर्गत साई नगर प्रभाग को अब उपनगर के रुप में देखा जा रहा है. इसके अंतर्गत 300 से अधिक कॉलोनी, म्हाडा अंतर्गत 1 हजार से अधिक प्लॉट यहां स्थित है. अब साईनगर उपनगर बन चुका है. शहर की तर्ज पर इस क्षेत्र का सर्वांगीण विकास करना व यहां सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाने का मानस है. यहां हमेशा होने वाले सांस्कृतिक व उद्बोधन के कार्यक्रम की वजह से परिसर को नई पहचान मिली है. सांस्कृतिक, शिक्षा व क्रीडा क्षेत्र में काम कर साईनगर को नई पहचान देने का प्रयास किया जाएगा ऐसा भी आश्वासन उन्होंने कार्यक्रम के दौरान दिया.
राज्य के प्रसिद्ध गायक डॉ. राजेश उमाले ने अपनी समधुर वाणी में गीत रामायण की प्रस्तुती दी. इस समय सहगायक के तौर पर आशुतोष देशपांडे, शीतल भट्ट, गौरी उमाले, स्वरश्री केतकर ने भी गीत प्रस्तुत किए तथा संगीत संयोजक रविंद्र खंडारे ने (बांसुरी), पंकज देशमुख ने (कि बोर्ड), शीतल मांडवघरे ने (तबला), प्रशांत ठाकरे ने (ऑक्टोपैड) पर साथ दिया. संपूर्ण गीत रामायण का संचालन नितिन भट ने किया तथा कार्यक्रम का प्रास्ताविक पूर्व महापौर चेतन गावंडे ने रखा व संचालन तथा आभार प्रदर्शन मंदार नानोटी ने किया. गीत रामायण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए रेखा भुतडा, प्रदीप पात्रिकर, अनुप येवतीकर, विजय देशपांडे, राजू भगत, राजेश जगताप, सौरभ गाडबैल, आशीष अडसड, ज्ञानेश्वर टाले, श्रीलेश खांडेकर, राहुल बलखंडे, सोज्वल फुटाणे, अशोक गाडे, प्रसन्न मोहोड ने अथक प्रयास किए. कार्यक्रम में परिसर के नागरिक बडी संख्या में उपस्थित थे.