फूड टेक्नोलॉजी पर संगोष्ठी का आयोजन
अमरावती/दि. ३- विदर्भ के अग्रणी औद्योगिक संगठन विदर्भ इंडस्ट्री एसोसिएशन नागपुर तथा लक्ष्मीनारायण इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी एवं अमरावती चेम्बर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के संयुक्त तत्वावधान में हाल ही में वर्चुअल माध्यम से विदर्भ क्षेत्र में भावी उद्यमियों के लिए खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में नवीनतम अवसरों पर ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया गया. संगोष्ठी में दिनेश गर्ग और गौरव गर्ग ने अपने विचार रखते हुए कहा कि, यह वर्ष अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है. अत: बाजरी, ज्वारी के प्रोडक्ट को बढ़ावा मिलने से अंतरराष्ट्रीय मांग बढ़ रही है. हमारे देश में हर राज्य के स्वाद की अपनी पहचान है. फूड इंडस्ट्री में कई अवसर है. अंतरराष्ट्रीय बाजार जल्द ही तीन लाख करोड़ का होगा, यह विश्वास जताया. पिछले दिनों १० नवंबर को होटल प्राइम पार्क में अमरावती चेम्बर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित फूड टेक्नोलॉजी के एक दिवसीय सेमिनार को अच्छा प्रतिसाद मिला था. उसी कडी को आगे बढ़ाते हुए आध्ाुनिक तकनीक की जानकारी नवउद्योजकों तक पहुंचे और जिले में उद्योग विकसित हो, इस द़ृष्टिकोन से यह आयोजन किया गया. दिनेश गर्ग एवं गौरव गर्ग ने मार्गदर्शन करते हुए कहा कि, घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बिक्री दोनों के लिए भारत में विभिन्न खाद्य उत्पादों के प्रसंस्कृत खाद्य व्यवसाय में कई अवसरों के साथ खाद्य उद्योग एक उभरता हुआ उद्योग है.आज की आपाधापी की जीवनशैली में बाहर के खाने का चलन बढ गया है और यह विकसनशील व्यवसाय है, जिसे आधुनिक तकनीकी से गुणवत्तापूर्ण बनाया जा सकता है. सुबह की चाय से लेकर रात्रि के भोज तक लगनेवाले विविध फूड पर प्रकाश डालते हुए दिनेश गर्ग एवं गौरव गर्ग ने बेकरी प्रोडक्ट की नई हेल्दी फूड रेंज की जानकारी दी.हमारे देश में हर राज्य के स्वाद की अपनी पहचान है, उस स्वाद के अनुरूप मसाले विकसित किए जा सकते हैं. मसाले बनाने में अब कोल्ड ग्राइंडिंग का उपयोग करने से स्पाइसेस की गुणवत्ता कैसे कायम की जा सकती है, इस बारे में भी आपने जानकारी प्रदान की. सत्र के अंतिम चरण में उपस्थितों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दिए गए. प्रस्तावना विदर्भ इंडस्ट्री एसोसिएशन की एमएसएमई फोरम के चेयरमैन सीए गिरीश देवधर ने रखी. उन्होंने अमरावती चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा विगत १० नवंबर को अमरावती में संपन्न सफल आयोजन की सराहना की. साथ ही सरकार द्वारा उद्योग को दी जाने वाली सब्सिडी की अवधि ३१ मार्च २०२४ तक रहने की जानकारी दी. वीआईए के उपाध्यक्ष तथा एमएसएमई के इंचार्ज डॉ. सुहास भूते ने स्वागतपर उद्बोधन में कहा कि, विदर्भ के विविध जिलों का सर्वेक्षण करके वीआईए ने संभावित फूड टेक्नोलॉजी पर आधारित उद्योगों का चयन किया है. वीआईए उद्योगों के विकास के लिए सर्वोपरि सहयोग प्रदान करने सदैव तत्पर रहने का आश्वासन दिया. इस समय उद्योजिका डॉ. सुगंधा गारवे ने मुख्य वक्ताओं का परिचय करवाया. कार्यक्रम के समारोपीय भाषण में अमरावती चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष विनोद कलंत्री ने वीआईए के एमएसएमी फोरम का सफल आयोजन के लिये अभिनंदन किया एवं दिनेश गर्ग तथा गौरव गर्ग द्वारा प्रदान की गई महत्वपूर्ण जानकारी के लिए उनका आभार व्यक्त किया.
प्रोजेक्ट के निवेश की दी जानकारी
गौरव गर्ग ने बताया कि, बेबी फूड प्रोडक्ट का मार्केट काफी प्रचलित हो रहा है. इस इंडस्ट्री का भविष्य उज्ज्वल है. साथ ही फ्रूट पल्प एवं फू्रट जूस की मांग भी बढ़ रही है. इन सभी चीजों के वृद्धिगंत बिक्री के आंकडे देकर उन्होंने समझाया. फूड प्रोडक्ट को लंबी अवधि तक ताजा रखने के रखरखाव में पैकेजिंग का महत्व एवं विभिन्न पैकेजिंग का व्यवस्थापन तथा विभिन्न खाद्य उद्योगों में लगने वाले प्रोजेक्ट के निवेश की भी जानकारी दी.