सॉरी, मैं अपना पैशन पूरा नहीं कर पायी
हर्षिता के घर से मिला उसका सुसाइड नोट
* हर्षिता ने 11 वीं मंजिल से लगाई थी नीचे छलांग
* बेहद उंचाई से नीचे गिरते ही मौके पर ही हुई थी मौत
* सातुर्णा में तापडिया मॉल के पीछे ड्रीम्ज प्राईड की घटना
* अपनी एक्टीवा पर सवार होकर ड्रीम्ज प्राईड पहुंची थी हर्षिता
* सबकी नजर बचाकर सीधे इमारत की उंची छत पर चली गई
* छत पर लगी सुरक्षा जाली को पार कर नीचे कूदी
* कूदने से पहले मोबाइल, चप्पल व चाभी को छत पर छोडा
* बीती शाम 5.50 बजे घटित हुई लोमहर्षक घटना
* पूरे परिसर में मची जबर्दस्त सनसनी, मामले की जांच जारी
अमरावती/दि.27 – बीती शाम करीब पौने छह बजे के आसपास स्थानीय सातुर्णा परिसर में तापडिया मॉल के पीछे स्थित ड्रीम्ज प्राईज रिहायशी संकुल की 11 मंजिला उंची इमारत से हर्षिता विजय तेलखेडे नामक 17 वर्षीय नाबालिग युवती ने छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी. इस मामले को लेकर परिसर सहित पूरे शहर में अच्छा खासा हडकंप मच गया था तथा इस घटना को लेकर कई तरह की चर्चाएं भी चलनी शुरु हो गई थी. वहीं घटना के बाद पुलिस द्वारा शुरु की गई पडताल में हर्षिता के घर से उसके द्वारा लिखा गया एक सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिसमें हर्षिता ने अपना पैशन पूरा नहीं हो पाने के चलते अपनी निराशा और हतबलता का उल्लेख किया है. ऐसे में माना जा रहा है कि, पढाई में पिछड जाने की वजह से उपजी निराशा के चलते हर्षिता तेलखेडे ने यह आत्मघाती कदम उठाया था.
बता दें कि, कल शाम ड्रीम्स प्राईज परिसर में शाम पौने छह बजे के आसपास उस समय हड़कंप मच गया था, जब इस 11 मंजिला ईमारत की सबसे ऊपरी मंजिल से एक 17 वर्षीय छात्रा ने अचानक ही छलांग लगा दी थी और इतने ऊपर से नीचे गिरने की वजह से उक्त लड़की की मौके पर ही मौत हो गई थी. खास बात यह रही कि ड्रीम्ज प्राईड की 11 मंजिला ईमारत की सबसे ऊपरी मंजिल पर सुरक्षा के लिए लोहे की जाली लगाई गई है, जिसे पार करते हुए उक्त 17 वर्षीय लडकी ने वहां से नीचे छलांग लगाई और नीचे गिरने के बाद शरीर में जबरदस्त चोटें लगने की वजह से उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी. घटना के बाद की गई पडताल में उक्त मृतक छात्रा की शिनाख़्त हर्षिता विजय तेलखडे के तौर पर हुई, जो कक्षा 12 वीं की छात्रा थी तथा अकोली रोड परिसर में मयूरेश मंगल कार्यालय के पास चंदन नगर परिसर में रहती थी. इस संदर्भ में पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हर्षिता ने कक्षा 11 वीं की पढ़ाई पुणे से की थी और कक्षा 12 वीं की पढ़ाई के लिए उसने दर्यापुर के एक ज्यूनियर कॉलेज में एडमिशन लेने के साथ ही अमरावती में कोचिंग क्लास लगाई थी.
इस पूरे मामले को लेकर मिली जानकारी के मुताबिक हर्षिता तेलखडे नामक यह लड़की आज शाम करीब पौने छह बजे अपनी मरून रंग की एक्टीवा पर सवार होकर ड्रीम्ज प्राईड परिसर में पहुंची थी और पार्किंग में अपनी दुपहिया खड़ी करते हुए सीधे 11 मंजिला ईमारत की सबसे ऊपरी मंजिल पर जा पहुंची. जहां पर छत के मुंडेर से थोडा पहले सुरक्षा हेतु लगाई गई लोहे की जाली को पार करते हुए हर्षिता तेलखेडे छत के बेहद किनारे पर पहुंची और उसने मुंडेर के किनारे अपनी चप्पल, मोबाइल और दुपहिया वाहन की चाभी को रखते हुए सीधे नीचे की ओर छलांग लगा दी. इतनी उपर से नीचे गिरने की वजह से हर्षिता तेलखडे का शरीर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया तथा शरीर के अंदरुनी हिस्सों में जबर्दस्त चोटें लगने की वजह से हर्षिता की मौके पर ही मौत हो गई. हालांकि हर्षिता के नीचे गिरने की आवाज सुनाई देते ही उसकी ओर ध्यान जाने पर आसपास मौजूद लोग उस ओर दौड़े तथा उसे तुरंत ही रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित करते हुए बताया कि, उपर से नीचे गिरते ही हर्षिता दम तोड़ चुकी थी.
इस बीच इस घटना की जानकारी मिलते ही उक्त लड़की के माता पिता भी सबसे पहले घटनास्थल पर और फिर रिम्स अस्पताल पहुंचे, लेकिन तब तक उसकी लड़की के शव को पोस्टमार्टम घर भेज दिया गया था. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उक्त छात्रा के पिता सिमेंट व हार्डवेयर विक्री का व्यवसाय करते हैं. जिनसे इस घटना को लेकर और उक्त छात्रा की आत्महत्या की वजह को लेकर कोई खास जानकारी अबतक नहीं मिल पाई है. हालांकि हर्षिता के पिता विजय तेलखेडे ने पुलिस को बताया कि, कल शाम 4 बजे के आसपास हर्षिता अपनी ट्यूशन क्लास से घर पर वापिस लौटी थी और उसने उन्हें चाय बनाकर दी थी. जिसके बाद वह किसी काम से शाम 4.30 बजे के आसपास घर से अपनी एक्टीवा मोपेड लेकर बाहर निकली और देर शाम तक घर पर वापिस नहीं लौटी. वहीं शाम करीब 6.30 बजे के आसपास उन्हें पुलिस सहित अपने कुछ नजदीकियों के जरिए पता चला कि, हर्षिता ने ड्रीम्स प्राईड नामक उंची इमारत की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली है. ऐसे में अब पुलिस इस बात को लेकर जांच कर रही है कि, आखिर हर्षिता ने इस तरह का आत्मघाती कदम क्यों उठाया.
* ‘आय वॉन्ट नो मोर’
इस मामले को लेकर एक बेहद खास बात पता चली है कि जीन्स पैंट और टी शर्ट पहनी हुई इस छात्रा के हाथ पर अंग्रेजी में पेन से ‘आय वॉन्ट नो मोर’ लिखा हुआ था, जिसका मतलब है कि उक्त छात्रा अपने जीवन से कुछ नहीं चाहती थी और लगभग पूरी तरह से निराश हो चुकी थी, ऐसे में इसकी वजह को लेकर अब पुलिस पड़ताल कर रही है.
* क्या कम मार्क्स मिलने की थी वजह?
गत रोज इस घटना के बाद दबी जुबान में चर्चाएं चलनी शुरु हो गई थी कि, हाल ही में नीट की परीक्षा को लेकर काफी गड़बड़ियां सामने आई हैं, जिसकी वजह से कई छात्र छात्रायें तनाव और निराशा का शिकार हुए हैं, संभवतः इस आत्महत्या के पीछे भी यही वजह हो सकती है. साथ ही पता यह भी चला है कि, कुछ दिन पहले भी हर्षिता की यूनिट टेस्ट भी हुई थी. जिसमें हर्षिता को उसकी उम्मीद से बेहद कम मार्क्स मिले थे. जिसकी वजह से वह कुछ हद तक परेशान भी चल रही है. पुलिस द्वारा अनुमान जताया गया है कि, संभवत: कम मार्क्स मिलने की इसी परेशानी के चलते हर्षिता ने यह आत्मघाती कदम उठाया होगा. वहीं अब हर्षिता के घर से ही उसके द्वारा लिखा गया ‘वन लाइनर’ सुसाइड नोट बरामद हुआ है. जिसमें उसने अपना पैशन पूरा नहीं हो पाने को लेकर खेद जताया है. साथ ही हर्षिता ने आत्महत्या करने से पहले अपने हाथ पर भी ‘आय वॉन्ट नो मोर’ लिखा था. जिससे यह लगभग स्पष्ट हो गया है कि, हर्षिता ने खुद को कम मार्क्स मिलने की वजह से यह आत्मघाती कदम उठाया.
* 3-4 भाईयों के परिवार में अकेली बेटी थी हर्षिता
पता चला है कि, हर्षिता के पिता विजय तेलखेडे का 3-4 भाईयों का परिवार है और तीनों-चारों भाईयों के परिवार में हर्षिता अकेली बेटी थी. जिसके चलते वह अपने पिता सहित अपने सभी चाचाओं की बेहद लाडली थी. लेकिन उसके द्वारा यह आत्मघाती कदम उठाये जाने के चलते तेलखेडे परिवार पर दुखों का पहाड टूट पडा है तथा ऐन रक्षाबंधन से पहले तेलखेडे परिवार के सभी बच्चों की इकलौती बहन इस दुनिया से चली गई है.