चांदुर बाजार प्रतिनिधि/दि.३१ – इस वर्ष भरपूर बारिश होने से जमीन में गीलापन नजर आ रहे है. जिससे चने का रकबा बढ़ेगा. अनुकूल मौसम से तहसील कृषि विभाग ने रबी फसल की बुआई के नियोजन का अनुमान जताया है. सोयाबीन और कपास हाथ से निकल जान के बाद किसानों की उम्मीदें गेहूँ व चना इन रबी फसलों पर है. इसमें भी गेहूं व चने को रबी फसल निर्भर है. गेहूं की तुलना में चना ज्यादा होने से बुआई क्षेत्र भी बढऩे की संभावना अधिक है.
तहसील कृषि विभाग ने इस वर्ष नियोजन में चना ११ हजार ५९५ हेक्टर, गेहूँ ४ हजार १४१ हेक्टर, प्याज ४८१ हेक्टर, कुल १६ हजार २१७ हेक्टर में रबी फसल की बुआई किए जाने का अनुमान है. बीते वर्ष १० हजार ९३ हेक्टयेर में चना, ३ हजार ५८८ हेक्टर में गेहू, ६१०.५० हेक्टर में प्याज और ४२.३० हेक्टेयर में अन्य फसलों का बुआई क्षेत्र था. पिछले वर्ष कुल १४ हजार ३३४.२० हेक्टेअर में बुआई की गई थी. इस वर्ष इसमें इजाफा होने की संभावना जताई जा रही है. १६ हजार २१७ हेक्टेयर क्षेत्र में बुआई होने की संभावना तहसील कृषि विभाग ने जताई है. पूर्णा व चारघर प्रकल्प में पर्याप्त जलसंग्रह होने से रबी में इस वर्ष पानी दिया जायेगा. ब्रामह्मणावाडा थडी, घाटलाडकी, करजगांव,शिरजगांव कस्बा, सोनोरी क्षेत्र में भरपूर सिंचाई कुएं भी है.