अमरावती/दि.6- अब भी जमीन में गीलापन व सोयाबीन कटाई में हुए विलंब के कारण गेहूं की बुआई करने में देरी हो रही है. कपास चुनना शुरु होकर गेहूं का पेरा बढ़ने की संभावना कृषि विभाग ने दर्शाई है. अब तक जिले में गेहू की बुआई 47 प्रतिशत हुई है. जिले में कुल 94 प्रतिशत बुआई हो चुकी है.
जिले में रब्बी मौसम में गेहूं का क्षेत्र 41 हजार 693 हेक्टर है. अब तक इसें से 19 हजार 796 हेक्टर क्षेत्र में बुआई हो चुकी है. पहले बोए गए गेहूं बढ़ने की स्थिति में है. कुछ भागों में बुआई शुरु होकर कपास की फसल पूरी निकलने के बाद गेहूं का बुआई क्षेत्र बढ़ने की संभावना है. जनवरी आखिर तक गेहूं की बुआई की जाती है. इस वर्ष खरीफ में होने वाली 915 मि.मि. बारिश की तुलना में 939 मी.मी. बारिश हुई. 1 से 27 अक्तूबर की कालावधि में 44 मी.मी. की तुलना में 83 मी.मी. बारिश हुई है. जिसके चलते जमीन में अब भी गीलापन है.सोयाबीन निकालने में देरी होने से बुआई में देरी होने की जानकारी कृषि विभाग द्वारा दी गई.
रब्बी मौसम में जिले में 1 लाख 48 हजार हेक्टर क्षेत्र बुआई के नीचे आता है. चना व गेहूं इन दो मुख्य फसलों की बुआई इस मौसम में की जाती है. चना के लिए सर्वाधिक क्षेत्र होकर 1 लाख 32 हजार 064 में से 1 लाख 18 हजार 840 हेक्टर क्षेत्र में चना की बुआई हुई है. रब्बी मक्के की 503 व ज्वारी की 77 हेक्टर क्षेत्र में बुआई हुई है.