अमरावती- दि.10 इस बार खेत में फसल लगाने के खर्च में काफी वृध्दि हुई है. बीज खाद्य, किटनाशक दवा के भाव काफी बढ गए है. उस पर केंद्र सरकार ने लगाए जीएसटी के कारण खर्च में वृध्दि होकर किसानों का सिरदर्द बढ गया है. मजदूरों की मजदूरी में भी बहुत वृध्दि हुई है. यह वृध्दि 50 फीसदी से अधिक होने के कारण किसानों का हाल खराब हो गया है. उपर से प्राकृतिक खतरे का सामना करते हुए किसान आत्महत्या जैसे घातक कदम उठा रहे है. इससे आत्महत्या की संख्या में भी बहुत वृध्दि हुई है. इस बात का ध्यान रखते हुए केंद्र सरकार व्दारा कृषि उत्पादन के गारंटी दाम को बढाए, ऐसी मांग पूर्व सांसद अनंत गुढे ने की हेै.
उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की आय दोगुनी होगी, ऐसा 9 वर्ष पूर्व आश्वासन दिया गया. इस ओर किसान आशा की नजर से देख रहे है. केंद्र सरकार ने कृषि उत्पादित सोयाबीन को कम से कम 6 हजार रुपए प्रति क्विंटल और कपास को 12 हजार रुपए प्रति क्विंटल गारंटी दाम देना चाहिए, ऐसी मांग पूर्व सांसद अनंत गुढे ने की. दशहरे तक कपास निकालने की शुरुआत होती है, परंतु उसका अब तक पता नहीं, इसके कारण कपास के उत्पादन में भी भारी गिरावट होगी, इसपर केंद्र सरकार विचार करे, विदर्भ के फल बागान में संतरा महत्वपूर्ण फसल है, मगर अतिबारिश के कारण संतरे की फसल पूरी तरह से बर्बाद हुई. पिछले चार वर्षों संतरे के उत्पादन में भारी गिरावट आयी है, ऐसा भी सांसद गुढे ने अपनी मांग में उल्लेख किया.