अमरावती/दि.18 – सितंबर महीने में लगातार हो रही बारिश के चलते मूंग व उडद के साथ सोयाबीन फसल का भी नुकसान हुआ है. कुछ किसानों के खेतों में सोयाबीन की फसल काली पड गई है. शनिवार से वापसी की बारिश के चलते सोयाबीन व कपास की फसल को काफी नुकसान हुआ है. जिसमें उत्पादन घटने की संभावना व्यक्त की जा रही है. अमरावती जिले में 6 लाख 77 हजार हेक्टर में कपास व सोयाबीन की बुआई की गई थी. इस साल अच्छी फसल होने की संभवना व्यक्त की जा रही थी. किंतु वापसी की बारिश ने किसानों की आशाओ पर पानी फेर दिया. सितंबर माह में लगातार बारिश के चलते किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है. जिले के 520 गांवों की 33 हजार 099 हेक्टर फसलों का नुकसान हुआ है.
सितंबर माह में बारिश की झडी के चलते किसान अपना सोयाबीन निकालने भी खेतों में नहीं गए. किसानों की फसल मूंग व उडद उनके हाथ नहीं आए. जिसमें उन्हें सोयाबीन व कपास की फसल की अपेक्षा थी किंतु वापसी की बारिश के चलते सोयाबीन की फल्लीयां काली पड गई और फल्लीयां झड भी रही है. सोयाबीन की फसल में कोंब फुट चुकी है. जिन किसानों ने सोयाबीन की फसल काट ली है उनकी फसल गिली हो चुकी है. बारिश के चलते खेतों में जाने के लिए रास्ते बंद हो चुके है. किसानों की फसल खेतों में ही पडी हुई है. कपास के भी यही हाल है. फसलों के नुकसान के चलते उत्पादन में भी कमी आने की संभावना व्यक्त की जा रही है.
नुकसान के साथ उत्पादन पर प्रभाव
वापसी की बारिश से किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है. तत्काल सर्वेक्षण किया जाएगा वहीं किसानों की फसलों के नुकसान के साथ-साथ उत्पादन पर भी प्रभाव पडने की संभावना है.
– अनिल खर्चाने, कृषि अधिकारी