अतिवृष्टि से सोयाबीन, कपास का सर्वाधिक नुकसान
संततधार बारिश का तुअर पर असर, किसानों की चिंता बढ़ी
अमरावती-/दि.23 संततधार बारिश व अतिवृष्टि के कारण 2.58 लाख किसानों की ढाई लाख हेक्टर की फसल का नुकसान हुआ है. इसमें सर्वाधिक नुकसान कपास, सोयाबीन व तुअर की फसलों का हुआ है. खरीफ की मुख्य फसलें ही बर्बाद होने के कारण किसानों की चिंता बढ़ी है.
1 जून से 21 अगस्त तक 625 मिमी बारिश रहते प्रत्यक्ष में 680 बारिश हुई है. यह 108 प्रतिशत है. इस दरमियान जुलाई महीने में 6 बार व अगस्त महीने में 4 बार अतिवृष्टि दर्ज होने के से 95 में से 55 तहसील बाधित हुए हैं. इसमें जून महीने में तीन तहसीलों में 6 मंडलों में, जुलाई महीने में 12 तहसीलों में 53 महसूल मंडल में व अगस्त महीने में दो तहसीलों में 9 महसूल मंडल में अतिवृष्टि हुई है.
लगातार बारिश, बदरीला वातावरण, सूर्य प्रकाश का अभाव, पानी का निचरा नहीं, इसके कारण फसलों की अंतरमशागत न होने के कारण फसलें बढ़ी नहीं है. पानी का निचरा न होने के करण फफूंदजन्य रोग के कारण तुअर पर मर आकर पौधे जगह पर ही सुख रहे हैं. फसलों का बड़े पैमाने पर नुकसान होने के कारण खरीफ के उत्पादन में बड़े पैमाने पर कमी आने की संभावना है. शासन द्वारा अब तक मदद नहीं किये जाने के कारण किसानों की चिंता बढ़ी है.
11 हजार हेक्टर में सोयाबीन बर्बाद
लगातार बारिश के कारण अमरावती तहसील में 21.902 हेक्टर, भातकुली 948,तिवसा 9,798,चांदूर रेल्वे 52,धामणगांव रेल्वे 18,784,नांदगांव खंडेश्वर 14,184, मोर्शी 10,779, वरुड 568, दर्यापुर 33, चांदूर बाजार 7,886, धारणी 66 व चिखलदरा तहसील में 5,714 हेक्टर में सोयाबीन का 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ है.
कपास का तहसीलनिहाय नुकसान
इस नैसर्गिक आपत्ति के कारण अमरावती तहसील में 4,627, हेक्टर, भातकुली 373, तिवसा 8,730, धामणगांव रेल्वे 20,088, नांदगांव खंडेश्वर 1,685, मोर्शी 21,148, वरुड 8,848, दर्यापुर 128, चांदूरबाजार 8,133, धारणी 4 व चिखलदरा तहसील में 1683 हेक्टर में कपास का नुकसान हुआ है. जिसके चलते किसान चिंतित है.
कृषि मंत्री के आदेशानुसार सतत की बारिश के कारण भी 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुई फसलों का पंचनामा किया जा रहा है. जिसके चलते बाधिक फसलों की क्षेत्रवृद्धि होगी.
– आशिष बिजवाल, निवासी उपजिलाधिकारी