सोयाबीन कपास उत्पादक किसान हजारों की संख्या में नांदगांव में धमके
टायर जलाकर किया केंद्र सरकार का निषेध
* युवा सेना के दो घंटे तक रास्ता रोको आंदोलन से प्रशासन में खलबली
* युवा सेना के मारोटकर ने किया था एल्गार मोर्चे का आयोजन
नांदगांव खंडेश्वर/दि.27– तहसील की विविध मांगों के लिए युवा सेना के पूर्व जिला प्रमुख प्रकाश मारोटकर ने केंद्र सरकार के विरोध में कपास व सोयाबीन उत्पादक किसानों का एल्गार मोर्चा व रास्ता रोको आंदोलन आयोजित किया था. इस मोर्चे में हजारों किसान सहभागी हुए थे. दो घंटे तक रास्ता रोको आंदोलन कर किसानों ने केंद्र सरकार के विरोध में नारेबाजी की व तहसीलदार के मार्फत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मांग का निवेदन दिया गया.
केंद्र सरकार के खिलाफ कपास उत्पादकों का मोर्चा गजानन महाराज मंदिर से डॉ. पंजाबराव देशमुख की प्रतिमा का पूजन कर निकाला गया. शहर के मुख्य मार्ग से हजारों की संख्या में मोर्चे का मार्गक्रमण कर बस स्थानक परिसर में धड़क देकर दो घंटे तक रास्ता रोको आंदोलन किया गया. इस समय अमरावती-यवतमाल महामार्ग पर दोनों ओर से वाहनों की काफी लंबी कतारें लगी थी. इस मोर्चे में सोयाबीन को प्रति क्विंटल 10 हजार, कपास को 12 हजार रुपए दाम किया जाये, खेती को दिन में बिजली आपूर्ति करने, पेट्रोल-डीजल व गैस के दाम कम करने, उज्वला गैस योजना अंतर्गत लाभार्थियों को निःशुल्क गैस सिलेंडर दें, कृषि व बीज पर का जीएसटी टैक्स बंद करें, किसानों को फसल बीमा दें, अमरावती यवतमा महामार्ग का काम केंद्र सरकार के सीएसआर फंड से करें, प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत प्रपत्र ड सूची के लाभार्थियों को घरकुल दें, विदर्भ के किसानों को पैदल रास्ते के लिए व खेत की फसलों को जंगली प्राणियों से संरक्षण हेतु खेती को कुंपण के लिए विशेष पैकेज दे आदि सहित विविध मांगें की गई.
इससमय मोर्चे में पूर्व सांसद शिवसेना के वर्धा जिले के संपर्क प्रमुख अनंत गुढे, सुधीर सुर्यवंशी, शिवसेना जिला प्रमुख श्याम देशमुख, डॉ. प्रमोद कठाले, स्वराज ठाकरे, रेखा नागोलकर, नितीन हटवार, छाया भारती, बालासाहब भागवत ने मार्गदर्शन किया. इस अवसर पर मोर्चे में अरुण लहाबर, सूरज औतकर, अक्षय राणे, मधुकर कोठाले, अक्षय काकडे, पवन पुसदकर, पवन खेडकर, निखिल मोरे, आशिष हटवार, भावेश भांबुरकर, शुभम सावरकर, अक्षय तुपटकर, मंगेश दांडगे, अजय काले, आशिष भाकरे, गौरव निंभोरकर, पवन ढगे, वैभव वैश्य, कमलेश मारोटकर, शुभम साखी, श्याम मुले, शुभम रावेकर, भुमेश्वर गोरे, अमोल धवस, शुभम ढाकुलकर, श्रीकृष्ण सोलंके, मनोज बनारसे, रेखा नागोलकर, सुनील गुलमुले, भारत तिरमारे, भूषण शिरभाते, गौरव देशमुख, रोशन भातुलकर, ज्ञानेश्वर लांजेवार, विलास देशभ्रतार आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे. मोर्चे में महिलाएं भी बड़ी संख्या में उपस्थित थी.
किसान बैलगाड़ी सहित मोर्चे में शामिल
मोर्चे में किसान बैलगाड़ी सहित स्वयंस्फूर्ति से सहभागी हुए थे. किशोर चौधरी नामक किसान बैलगाड़ी व यंत्र के साथ खेत से सीधे मोर्चा में सहभागी होते दिखाई दिये.