चांदुर बाजार/दि.४ – अच्छी बारिश से हर्षाए किसानों के चेहरे पर फिर एक बार निराशा छाने लगी है. क्योंकि अत्याधिक बारिश के कारण नकद फसल सोयाबीन चौपट होने लगी है. हालांकि अभी फल्लियां आने लगी है. दाने बनना शुरू हो रहे है, लेकिन इल्लियां के प्रकोप से किसान चिंता में पड गये है. वहीं मूंग व उडद कटाई पर पहुंच गई है, लेकिन अत्याधिक बारिश ने बंटाढार कर दिया है.
१६, १४२ हेक्टे. पर फसल संकट में
चांदुर बाजार तहसील में कुल ७ मंडल है, जिसमें कुल १७२ गांवों का समावेश है. कुल क्षेत्रफल ६८ हजार ५०४५.५० है, जिसमें से बुआई योग्य क्षेत्र ५८ हजार ९७९.९३ हेक्टेयर है. इस वर्ष खरीफ में१७६.८० हेक्टेयर क्षेत्र में ज्वार, ८७८१.२५ हेक्टेयर क्षेत्र में तुअर, ७६.१०हेक्टेयर पर उडद,७.१० हेक्टेयर पर मूंग, १६ हजार १४२.६२ हेक्टेयर पर केले, १०.६० हेक्टेयर पर गन्ना लगाया गया है. शेष ४५४.३७ हेक्टेयर पर अन्य फसलों की बुआई की गई है. इसमें मूंग व उडद, तिलहन व सोयाबीन बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है, जिसमें किसान आर्थिक में पड गया है.
मौसम विभाग के अनुसार इस वर्ष मानसून जून के पहले सप्ताह में महाराष्ट्र में दाखिल होने का प्राथमिक अनुमान जताया गया था. लेकिन इस वर्ष मौसम विभाग का अनुमान सही रहा. इस वजह से किसानों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. अपने पूरे परिवार के साथ किसानों ने बुआई झटपट निपटाई. वहीं अब पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश के कारण सोयाबीन समेत अन्य फसले खतरे में पड गई है. इस कारण कीटनाशक छिडकाव करने की आवश्यकता आन पडी है. सोयाबीन को फूल आने लगे है. लेकिन फूलों का प्रमाण कम है. जिससे उत्पादन घटने के चिन्ह नजर आ रहे है.