अमरावती

सीझन आते ही सोयाबीन के दाम पांच हजार पर

चार माह में 2 हजार रूपये से घटे प्रति क्विंटल दाम

सोयाबीन उत्पादक किसान घिरे चिंता में
अमरावती- /दि.12  सोयाबीन बिक्री का सीझन शुरू होने में अभी एक माह का समय शेष है और बाजार में सोयाबीन के दाम घटने शुरू हो गये है. ऐसे में सोयाबीन उत्पादक किसानों में अपनी उपज के जरिये खुद को होनेवाली आय को लेकर चिंता का माहौल है.
उल्लेखनीय है कि, इस बार सोयाबीन को अब तक का सबसे उंचा दाम मिला था, जो 7 हजार रूपये प्रति क्विंटल तक जा पहुंचा था. वही विगत दो माह के दौरान सोयाबीन के दाम 6 हजार रूपये प्रति क्विंटल पर स्थिर थे. लेकिन अब सोयाबीन के दाम लगातार नीचे गिर रहे है. खरीफ माह के प्रारंभ में बारिश द्वारा दगा दे दिये जाने के चलते मूंग व उडद का बुआई क्षेत्र घटा तथा सोयाबीन के बुआई क्षेत्र में वृध्दि हुई. रकबा बढने के चलते करीब 2.40 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन की बुआई हुई है, लेकिन 5 जुलाई से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और अतिवृष्टि के चलते करीब डेढ लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन का नुकसान हुआ.

गत वर्ष 10 हजार रूपये तक पहुंचे थे दाम
विशेष उल्लेखनीय है कि, गत वर्ष जून माह के दौरान सोयाबीन के दाम 10 हजार रूपये प्रति क्विंटल तक पहुंचे थे. लेकिन इसके बाद दामों में लगातार गिरावट होती रही, जो 6 हजार रूपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हुए, लेकिन विगत दो माह के दौरान इसमें भी 1 हजार रूपये की कमी आयी और अब सोयाबीन के दाम 5 हजार रूपये प्रति क्विंटल के स्तर पर आ पहुंचे है. वहीं आगे सोयाबीन की बाजार में बडे पैमाने पर आवक होगी. जिसके चलते दोमों में और अधिक गिरावट होने का अनुमान है. जिसकी वजह से सोयाबीन उत्पादक किसानों में अभी से चिंता की लहर देखी जा रही है.

जिले के 2.40 हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन की बुआई
जानकारी के मुताबिक इस बार के खरीफ सीझन दौरान जिले के 2.40 हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन की बुआई हुई है. विगत जून माह के दौरान बारिश समय पर शुरू नहीं होने के चलते बुआई का कार्य थोडा विलंब से शुरू हुआ तथा छोटी अवधिवाली फसलों का समय निकल जाने के चलते मूंग व उडद जैसी फसलों की बुआई किसानों द्वारा नहीं की गई. बल्कि मूंग व उडद के बुआई क्षेत्र में सोयाबीन की बुआई हुई.

सोयाबीन पर कीटों व रोगों का हमला
विगत जुलाई व अगस्त माह के दौरान लंबे समय तक बदरीला मौसम रहा और हर ओर मूसलाधार बारिश एवं अतिवृष्टि हुई. जिसके चलते अपर्याप्त सूर्यप्रकाश, जमिन में लंबे समय तक नमी और हवा में आर्द्रता के चलते सोयाबीन की फसलें अपेक्षित रूप से बढ नहीं पायी. साथ ही फसल पर विभिन्न रोगों व कीटों का संक्रमण व हमला भी हुआ. इस वजह से भी सोयाबीन की फसल का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है.

दीपावली के समय दाम बढने की संभावना
इस समय सोयाबीन के दाम 5 हजार रूपये के आसपास है. वही अगले एक माह के दौरान सोयाबीन का सीझन शुरू हो जायेगा. इस बार बहुत अधिक दरवृध्दि होने की संभावना भले ही नहीं है, लेकिन दीपावली के बाद नवंबर माह के दौरान कुछ हद तक सोयाबीन के दाम बढ सकते है. ऐसी संभावना कुछ व्यापारियों द्वारा जतायी गई है.

फसल मंडी मंडी में सोयाबीन के दाम
दिनांक दाम (प्रति क्विंटल)
5 सितंबर 4,750 से 5,051
6 सितंबर 4,700 से 5,140
7 सितंबर 4,700 से 5,135
8 सितंबर 4,700 से 5,149
10 सितंबर 4,750 से 5,140

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