अमरावती

सोयाबीन के बढ सकते है दाम

फसल मंडी में आवक घटी

* 5,000 से 5,200 रुपए का मिल रहा दाम
अमरावती/दि.16 – खरीफ सीजन के दौरान सर्वाधिक 2.51 लाख हेक्टेअर का बुआई क्षेत्र रहने वाले सोयाबीन के दामों में लगातार उतार-चढाव होने के चलते सोयाबीन उत्पादन किसान काफी चिंता में दिखाई दे रहे है. इस समय सोयाबीन का दाम 5 हजार से 5,200 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास स्थिर हो गया है. साथ ही सोयाबीन तेल सहित सोयापेंड के दाम भी घट गए है. जिसकी वजह से बाजार समिति मेें सोयाबीन की आवक कम हो गई है. आवक घट जाने के चलते उम्मीद जताई जा रही है कि, अब सोयाबीन के दामों में थोडा बहुत उछाल आ सकता है.
उल्लेखनीय है कि, पिछले सीजन के दौरान सोयाबीन को रिकॉर्ड तोड दाम मिले थे. जिसकी वजह से इस बार के खरीफ सीजन में सोयाबीन की 2.51 लाख हेक्टेअर क्षेत्र में बुआई हुई थी. यह सोयाबीन का अब तक का सबसे अधिक बुआई क्षेत्र रहा. परंतु इस बार हुई मुसलाधार बारिश व अतिवृष्टि के चलते 84 राजस्व मंडलों में करीब डेढ लाख हेक्टेअर क्षेत्र में सोयाबीन की फसल का नुकसान हुआ. इससे अभी किसान थोड बहुत संभले भी थे कि, सोयाबीन की खरीदी का सीजन शुरु होते ही व्यापारियों ने सोयाबीन के दाम घटा दिए. ऐसे में दाम बढने की उम्मीद लेकर किसानों ने सोयाबीन का स्टॉक किया. इस बार यद्यपि सोयाबीन का उत्पादन कम हुआ. लेकिन इसके बावजूद भी सोयाबीन को अपेक्षित दाम नहीं मिले. जिसकी वजह से सोयाबीन के उत्पादन पर हुआ खर्च भी निकल पाना मुश्किल रहने की चिंता किसानों में देखी गई. इस समय देश में यद्यपि सोयाबीन का अपेक्षित उत्पादन नहीं हुआ, लेकिन सोयाबीन उत्पादक कुछ अन्य देशों में सोयाबीन की उपज बेहद शानदार रही. जिसके चलते सोयापेंड की मांग कम हो गई है. जिसकी वजह से सोयाबीन के दाम उपर नहीं उठ पा रहे.

* सोयापेंड के दाम 4 हजार तक
इस बार ब्राझिल, अमेरिका व अर्जेंटीना जैसे प्रमुख सोयाबीन उत्पादन देशों में इस बार सोयाबीन का उत्पादन अच्छा रहने की संभावना है. जिसके परिणाम स्वरुप सोयापेंड के दाम 4 से साढे 4 हजार रुपए तक है. साथ ही विगत 2 सप्ताह के दौरान सोयाबीन तेल के दाम भी घटे है. इन सभी बातों की वजह से सोयाबीन के दामों में कुछ हद तक मंदी देखी जा रही है.

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