अमरावती

शिक्षकों की समस्याओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा

वीडियो कान्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का वादा

अमरावती- / दि.6  व्यक्ति और समाज के विकास में शिक्षकों की भूमिका अमूल्य है. नए प्रयोगों, प्रदर्शनों, नवीन विचारों के माध्यम से शिक्षक छात्रों के जीवन का निर्माण करता है. इस शिक्षा को और अधिक मनोरंजक, सशक्त और गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए शिक्षकों की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाएगा. साथ ही मुख्यमंत्री एक सथ शिंदे ने आज कहा कि नई शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन से स्कूलों की गुणवत्ता बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शिक्षक दिवस पर लेक्ट्रेट कार्यालय में सीसीटीवी सिस्टम के माध्यम से जिले के शिक्षकों से संवाद किया. बैठक में जि.प. के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविश्यांत पंडा, अपर कलेक्टर रामदास सिद्धभट्टी, उपसंचालक शिक्षा शिवलिंग पटवे, शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) प्रफुल्ल कछवे, शिक्षा अधिकारी (प्राथमिक) प्रिया देशमुख, उपशिक्षा अधिकारी बुद्धभूषण सोनवणे आदि उपस्थित थे. प्राथमिक शिक्षाधिकारी जयश्री गुल्हाने ने मुख्यमंत्री से बातचीत करते हुए कहा कि माता-पिता के रोजगार के लिए पलायन के कारण. स्कूल में छात्रों की उपस्थिति नियमित नहीं है, उनकी पढ़ाई में ब्रेक लग जाता है. माता-पिता के सफर के दौरान एक छात्र पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित नहीं कर सकता है. इसके चलते छात्र स्कूल से वंचित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस समस्या का स्थायी समाधान निकालना जरूरी है.
उन्होंने सुझाव दिया कि जिले के मेलघाट जैसे आदिवासी क्षेत्रों के स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती करते समय स्थानीय बोली में प्रशिक्षित और अप्रशिक्षित युवाओं को अवसर दिया जाना चाहिए. अतुल ठाकरे ने गणित और विज्ञान विषयों के लिए शिक्षकों की भर्ती का सुझाव दिया. छात्रों को गणित और विज्ञान विषयों के प्रति उदासीन नहीं होना चाहिए. शिक्षण की रोचक पद्धति को अपना कर जिज्ञासा उत्पन्न कर विद्यार्थियों में इन विषयों में रुचि उत्पन्न करना आवश्यक है. इसके लिए ठाकरे ने कहा कि पुस्तकालयों, अप-टू-डेट प्रयोगशालाओं, गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक सामग्री की उपलब्धता होनी चाहिए. अभिभावकों और समाज का सरकारी स्कूलों पर भरोसा बढ़ा है. छात्रों ने शिक्षकों के मार्गदर्शन में नए प्रयोग करना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि शिक्षकों, छात्रों और समाज के बीच सामंजस्य से शिक्षा अधिक सुखद हो गई है.
निदा उर्दू हाई स्कूल के सूफी मजहर अली, मणिबाई गुजराती हाई स्कूल की अंजलि देव, न्यू हाईस्कूल के सहायक शिक्षक संजय रामावत, संत कंवरराम हाईस्कूल की मंजू आडवाणी, मंगरूल चावला, घटांग, सैदापुर, भीलखेड़ा, जैतदेवी के जिला परिषद के सहायक शिक्षक वैजनाथ इपार, प्रकाश लिंगोट, गणेश जमुंकर आदि इस समय उपस्थित थे.

कई महत्वपूर्ण लिये फैसले
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि सरकार ने स्कूलों के विकास, खासकर सरकारी स्कूलों के सशक्तिकरण के लिए कई रणनीतिक फैसले लिए हैं. उन्होंने कहा कि प्री-प्राइमरी शिक्षा को अंतरराष्ट्रीय मानक बनाने का प्रयास किया जा रहा है और नई शिक्षा नीति में शिक्षा पर 6 प्रतिशत खर्च करने की योजना है. नई शिक्षा नीति में ड्रॉपआउट रेट, शिक्षक मूल्यांकन प्रक्रिया को शामिल किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके माध्यम से सीखने के लिए अनुकूल माहौल बनाया जा रहा है.

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