मेलघाट में माता व बाल मृत्यु रोकने के लिए विशेष अभियान
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप रणमले ने दी जानकारी
अमरावती/दि.20 – मेलघाट में माता व बाल मृत्यु रोकने के लिए महिलाओं को प्रसुती पूर्व और प्रसुती के पश्चात 28 दिन मार्गदर्शन व उपचार करने हेतु विशेष अभियान जिला ग्रामीण स्वास्थ्य यंत्रणा व्दारा चलाया जाएगा. जिसके अंतर्गत आशा सेविकाओं व आंगनवाडी सेविकाओं के संयुक्त पथक व्दारा गर्भवती माताओं से संपर्क कर उन्हें उपचार के लिए मार्गदर्शन किया जाएगा.
राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिले की पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के आदेशानुसार व जि.प. मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविशांत पांडा के मार्गदर्शन में यह अभियान चलाए जाने की जानकारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप रणमले ने दी है. मेलघाट मिशन 28 अंतर्गत आशा सेविकाओं व आंगनवाडी सेविका गर्भवती माता व बालक स्वस्थ्य रहे और उनकी प्रसुती सुरक्षित हो आदि आवश्यक जानकारी संकलन कर उन्हें उपचार के लिए मार्गदर्शन करेंगी.
स्वास्थ्य सेविका, आशा सेविका व आंगनवाडी सेविका इस प्रकार से ‘ट्रीपल ए’ मानव संसाधन स्वास्थ्य सेवा का पाया माना जाता है. यह महिला कर्मचारी मेलघाट क्षेत्र के घर-घर जाकर प्रसुती के पहले व प्रसुती के पश्चात 28 दिन पहले ट्रेकिंग करेंगी. धारणी व चिखलदरा तहसील को मिलाकर सवा तीन लाख जनसंख्या वाले मेलघाट में माताओं का पंजीयन साढे छह हजार है. स्वास्थ्य उपचार की दृष्टि से प्रसुती की अपेक्षित तारीख, हिमोग्लोबीन की मात्रा आदि की जांच की जाएगी. जांच कर योग्य उपचार किया जाएगा मेलघाट के चिखलदरा व धारणी तहसील में 478 आंगनवाडी सेविका व 397 आशा सेविकाएं है ऐसी जानकारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप रणमले ने दी.