मेलघाट के कम वजन के बालकों के लिए विशेष उपाय योजना
478 आंगनवाडी केंद्रों में विशेष आहार और उपचार की सुविधा
* अभिभावकों का मिल रहा सकारात्मक प्रतिसाद
अमरावती/दि.12 – मेलघाट में कुपोषण और बालमृत्यु का प्रमाण करने के लिए जिला परिषद प्रशासन के माध्यम से विभिन्न उपाय योजना चलाई जा रही है. महिला बाल विकास विभाग, आरोग्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में मेलघाट में कुछ नवीनतम उपक्रम चलाए जा रहे है. मेलघाट के कम वजन के बालक और भी कुपोषित न हो इसके लिए महिला व बाल विकास विभाग द्वारा प्रत्येक आंगनवाडी केंद्र में ग्राम बाल विकास केंद्रशुरु किया गया है. इसमें कम वजन के बालक भी दाखिल किए है. उनके लिए विशेष आहार और औषधोपचार दिया जा रहा है. मेलघाट में कुल 478 आंगनवाडी केंद्र है. इसमें शून्य से 6 आयुगट के लगभग 40 हजार बालक आते है. कुछ बालक जन्मत: कम वजन के रहने से अथवा स्वास्थ्य के विविध कारणों के चलते कम वजन के होते है. यहीं बालक आगे कुपोषित बालकों में परिवर्तित होते है. इसलिए ऐसे बालकों की देखभाल अच्छे से की तो यह बालक कुपोषण का शिकार नहीं होंगे. इसलिए महिला बाल विकास विभाग द्वारा मेलघाट के धारणी तहसील के 1 हजार 800 कम वजन के बालकों पर उपचार किया जा रहा है. यह बालक उपचार को अच्छा प्रतिसाद दे रहे है. प्रत्येक बालक का वजन 300 से 500 ग्राम तक वजन बढा है. ग्राम बाल विकास केंद्र में दाखिल किए बालकों को योग्य आहार और औषधि दी जाने से उनका वजन बढ रहा है. अभिभावक भी अपने बालकों को लेकर खुशी से आंगनवाडी केंद्र में आ रहे है, ऐसा जिला प्रशासन ने बताया.
* बालकों को अतिरिक्त आहार
ग्राम बाल विकास केंद्र में बालकों को अतिरिक्त आहार दिया जा रहा है. सुबह 6 बजे घर का भोजन, सुबह 8 बजे मूंग का हलवा ड्रायफूट के साथ, 10 बजे आंगनवाडी का आहार व लापसी, दोपहर 12 बजे आंगनवाडी के आहार में खिचडी, दोपहर 2 बजे घर का भोजन, 4 बजे चिक्की, राजगिरा के दो लड्डू, शाम 6 बजे दो अंडे का आमलेट अथवा बुर्जी या पुरी सब्जी, रात 8 बजे घर का भोजन.