विधान भवन में मुख्यमंत्री की आदिवासी विधायकों के साथ विशेष बैठक
विधायक पटेल को हर संभव सहयोग करने का दिया आश्वासन
* पेसा कानून व आदिवासी समाज की समस्यों पर चर्चा
अमरावती/दि.27-मेलघाट के बेरोजगार आदिवासी युवक-युवतियों की समस्या, तथा स्वास्थ्य, शिक्षा, सडकें आदि समस्यांए विधायक राजकुमार पटेल ने विधान भवन में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के समक्ष रखी. जिस पर मुख्यमंत्री ने सकारात्मकता दिखाते हुए मेलघाटवासियों की समस्याएं हल करने के लिए हर संभव सहयोग करेंगे, यह आश्वासन विधायक राजकुमार पटेल को दिया.
र्आज महाराष्ट्र राज्य के मानसून सत्र के पहले दिन विधानसभा का कामकाज समाप्त होने के बाद महाराष्ट्र राज्य के सभी आदिवासी विधायकों ने महाराष्ट्र विधान भवन में मुख्यमंत्री कक्ष में बैठक की. राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ एक विशेष बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में महाराष्ट्र राज्य में आदिवासी समुदाय की विभिन्न समस्याओं को उठाया गया, जिसमें विशेष रूप से पेसा कानून के लागू होने के बाद राज्य में जो गतिविधियां हुई, कोर्ट में मामले दायर हुए, जिसके कारण आदिवासी समाज को पेसा कानून से दिए गए विविध अधिकार व सहुलियतों पर रोक लगा दी गई. जिसके कारण आदिवासी समुदाय के उच्च शिक्षित पात्र युवक-युवतियों का नुकसान हुआ और हो रहा है. इस संबंध में महाराष्ट्र विधान सभा के उपाध्यक्ष नरहरि झिरवल के नेतृत्व में अपना पक्ष रखा. और राज्य सरकार ने आदिवासी समाज का कोर्ट में पक्ष रखने के लिए एक विशेषज्ञ वकील नियुक्त करने और उसी तरह न्याय दिलाने का अनुरोध किया. उसी प्रकार महाराष्ट्र राज्य में कुछ समुदाय दावा कर रहे हैं कि हम आदिवासी हैं और हमें आदिवासियों की तरह आरक्षण और अन्य रियायतें पाने के लिए जोर दे रहे हैं और आदिवासी समाज में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे हैं. इस संबंध में महाराष्ट्र के आदिवासी समाज में राज्य सरकार के प्रति नाराजगी व्यक्त कर अपना विरोध दर्शाया.
राज्य सरकार के बजट में आदिवासी विकास विभाग के लिए जनसंख्या के प्रमाण में नियमानुसार 9.36 प्रतिशत प्रावधान करना आवश्यक है, लेकिन अब तक 7 प्रतिशत से अधिक कोई प्रावधान नहीं किया गया है जो अन्याय कारक है. यह अन्याय तुरंत दूर कर राज्य के बजट में जनसंख्या के प्रमाण में 9.36 प्रतिशत का प्रावधान करने की मांग विधायकों ने की. मुख्यमंत्री ने उपस्थित सभी आदिवासी विधायकों को आश्वस्त किया कि वे सभी आदिवासी विधायकों की राय सुनने के बाद सकारात्मक निर्णय लेंगे और आदिवासी समाज को सहयोग करेंगे.
बैठक में नरहरि झिरवल, विधायक अशोक उईके, विधायक राजकुमार पटेल, देवराव होली, राजेश पाडवी, भीमराव केराम, मंजुला गावित, विनोद निकोले, संदीप धुर्वे, सहित सभी आदिवासी विधायक प्रमुख रूप से उपस्थित थे.