विगत आठ वर्षों से विदर्भ युथ वेलफेअर सोसायटी के नेतृत्व की कमान सफलतापूर्वक संभालनेवाले और विकास पुरूष के रूप में सर्वत्र परिचित डॉ. नितीन धांडे का यह परिचय बेहद कम है. वे अपने-आप में बेहद असामान्य व्यक्तित्व हैं और सफलता के पडाव पर पहुंचने के बावजूद बेहद सामान्य व निगर्वी स्वभाव के साथ रहना पसंद करते हैं. डॉ. नितीन धांडे सर के बारे में जितना बताया जाये, उतना कम है. किसी भी तरह का कोई कार्य अहंकार या दिखावा न करते हुए धांडे सर हर किसी की सहायता करने हेतु तैयार रहते हैं और जहां तक संभव हो, वहां तक सभी की मदद भी करते हैं.
‘बहुजन हिताय-बहुजन सुखाय’ इस वाक्य से प्रेरित डॉ. नितीन धांडे सर का हर दिन लोकसेवा के साथ शुरू होता है और वे दिन-रात संस्था के विकास हेतु काम करते रहते हैं. शैक्षणिक प्रगति के बिना सामाजिक प्रगती नहीं हो सकती, इस बात पर दृढ विश्वास रखनेवाले डॉ. नितीन धांडे सर ने अब तक अपनी संस्था की महती को राज्य स्तर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाते हुए संस्था को बडे पैमाने पर नावालौकीक प्राप्त करवाया और उनके कार्यकाल के दौरान ही संस्था की सही मायनों में उल्लेखनीय प्रगति हुई. अमरीका के विद्यापीठ के साथ करार करने के साथ ही भारत सरकार की ओर से विद्यार्थियोें को स्टार्टअप् हेतु निधी दिलाने में धांडे सर की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका रही. संस्था के विभिन्न महाविद्यालयों को अब तक 10 करोड रूपये स्टार्टअप् इंक्यूबेटर हेतु विभिन्न योजनाओं के तहत प्राप्त हुए हैं. डॉ. नितीन धांडे सर खुद वैद्यकीय क्षेत्र से वास्ता रखते हैं और उन्हें मानवीय संवेदनाओं का असामान्य एहसास भी है. ऐसे में लोगों को अपने साथ जोडने का कौशल्य डॉ. नितीन धांडे सर को राजनीति की ओर ले आया. संगठन कौशल्य, संवाद चातुर्य, बुध्दि चातुर्य व नेतृत्व कौशल्य के दम पर तमाम बडी से बडी परिस्थितियों व मुसीबतों से बडे सहज ढंग के साथ निपटना डॉ. नितीन धांडे सर के लिए बेहद आम बात है. डॉ. नितीन धांडे सर हर काम को पूरी लगन के साथ करते हैं और उनके मार्गदर्शन में सभी प्राध्यापक, शिक्षक व कर्मचारी भी उसी जोश के साथ काम करते हैं. जिनके जरिये 20 हजार से अधिक विद्यार्थियों को प्रति वर्ष शिक्षा लाभ मिलता है.
तंत्रज्ञान, क्रीडा, समाजकार्य व आरोग्य के दम पर समाज की प्रगति हो सकती है, ऐसा विश्वास डॉ. नितीन धांडे सर का है और वे इसी विश्वास के साथ लगातार काम कर रहे हैं. ऐसे में इस बात को लेकर कोई संदेह नहीं किया जाना चाहिए कि आनेवाले वक्त में अमरावती शिक्षा क्षेत्र के लिहाज से एक दीपस्तंभ की तरह होगा. पूर्व महामहिम तथा मिसाईल मैन डॉ. अब्दुल कलाम को अपना आदर्श व गुरू माननेवाले डॉ. नितीन धांडे आज भी हर नया काम शुरू करने से पहले डॉ. कलाम का स्मरण करते हुए उनका आशीर्वाद लेते हैं.
डॉ. नितीन धांडे को राजनीति एक तरह से विरासत में मिली है. उनके पिता रामदासजी धांडे ने दस वर्षों तक अमरावती जिला परिषद का जिम्मा संभाला. साथ ही उनके घर बडे-बडे नेताओं का आना-जाना भी लगा रहता था. अत: बचपन से राजनीति को बेहद पास से देखनेवाले डॉ. नितीन धांडे का यह भी मानना है कि, समाज में सकारात्मक बदलाव लाने और सामाजिक विकास के लिए राजनीति सबसे शानदार रास्ता है. अपनी इसी सोच के चलते डॉ. नितीन धांडे सर ने राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश किया और वे विगत पांच वर्षों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों से प्रेरित होकर भारतीय जनता पार्टी में सफलतापूर्वक अपनी सेवा दे रहे हैं.
विभिन्न व्यक्तियों तथा व्यक्तित्व का शानदार अध्ययन रहने के चलते डॉ. नितीन धांडे अद्वितीय आत्मविश्वास से भरपूर हैं और किसी भी तरह की स्थिति या व्यक्ति के सामने पूरी तरह से सहज बने रहते हैं. विदर्भ क्षेत्र की दूसरी सबसे बडी शिक्षा संस्था का अध्यक्ष रहने के चलते डॉ. नितीन धांडे का पूरा दिन बेहद व्यस्त रहता है. किंतु इसके बावजूद यदि कोई उनके पास अपनी समस्या लेकर जाता है, तो वे उसका समाधान भी करते हैं.
उनकी पत्नी डॉ. वैशालीताई धांडे भी उच्च शिक्षित रहने के साथ ही संस्था के कार्यकारी सदस्य पद पर विराजमान हैं और वे बताती हैं कि, डॉ. नितीन धांडे सर कभी भी किसी के लिए अपने मन में किसी तरह के गुस्से या द्वेष की भावना नहीं रखते. धांडे दम्पति की दो संताने हैं. जिसमें से कु. तेजस्विनी ने अमरीका के विद्यापीठ से अभियांत्रिकी क्षेत्र में पदव्युत्तर पदवी की शिक्षा प्राप्त की है और वह अमरीका में ही बतौर प्राध्यापक अपनी सेवा प्रदान कर रही है. इसी तरह उनके पुत्र डॉ. आर्यमन ने वैद्यकीय पदवी प्राप्त की है और वे अपनी सेवाएं वैद्यकीय क्षेत्र में दे रहे हैं.
डॉ. नितीन धांडे सर का जनसंपर्क काफी व्यापक है और वे लगातार अपने कार्यक्षेत्र का भी विस्तार कर रहे हैं. ऐसे में वे लगातार अपने काम में व्यस्त रहते हैं. उन्हें विदर्भ में वैश्विक स्तर की शिक्षा प्रणाली स्थापित करनी है औैर उन्होंने अपने स्तर पर इसकी शुरूआत भी कर दी है और वे अपने टीम के साथ इस हेतु दिन-रात काम कर रहे हैं. इसके अलावा मिट्टी परीक्षण व पानी परीक्षण केंद्रों की निर्मिती करते हुए डॉ. नितीन धांडे सर ने हजारों किसानों को इसका लाभ दिया. साथ ही भारत सरकार की कई योजनाओं का लाभ उन्होंने समाज के अंतिम घटक के व्यक्ति तक पहुंचाया. इसके साथ ही वे युवाओं की समस्या को बेहतरीन तरीके से समझते हैं और युवाओं के हित में लगातार काम करते हैं. यही वजह है कि, युवाओं के बीच डॉ. नितीन धांडे सर की जबर्दस्त लोकप्रियता है.
ऐसे अजातशत्रू व्यक्तित्व को उनके जन्मदिवस पर अनेकों बधाईयां व शुभेच्छा देने के साथ ही ईश्वर से प्रार्थना है कि, डॉ. नितीन धांडे सर की यश, कीर्ति व समृध्दि में सदैव वृध्दि हो तथा वे स्वस्थायु व दीर्घायु हों.
– डॉ. लोभस घडेकर
अमरावती, मो. 7875355888