एड. भैयासाहब उर्फ जयवंत विनायक पाटिल पुसदेकर का आज जन्मदिन है. उस निमित्त उन्होंने अभिनंदन पेंढारी व दीपक हुण्डीकर ने शुभकामना दी है. भैयासाहब पाटिल ये पुसदा के निवासी है. उनके दादा व पूर्वजों से लेकर उनका परिवार पुसदा में निवास करता था. प्रगतिशील किसान व प्रतिष्ठित परिवार ऐसे उनके परिवार की पहचान है. उनकी शिक्षा समर्थ स्कूल तथा शिवाजी कॉलेज से हुई. शिवाजी लॉ कॉलेज से एल.एल.बी पदवी प्राप्त की. विद्यार्थी जीवन में महाविद्यालय के चुनाव, विद्यार्थी आंदोलन, स्नेह सम्मेलन आदि कार्यो में उनका सक्रिय सहभाग था. श्री शिवाजी शिक्षा संस्था के संस्थापक पूर्व अध्यक्ष, पूर्व मंत्री कै. पंजाबराव उर्फ भाउसाहेब देशमुख के पिता कै. विनायक पाटिल से इनके निकट संबंध थे और उस समय उन्होेंने संस्था को आथिक सहायता की. भैयासाहब पर कै. भाउसाहब को विचारों का प्रभाव है और उनके विचारों का अनुसरण करते है. उन्होंने शुरूआत में अमरावती में वकील के रूप में अपने कार्य किए और कुछ वर्ष बाद वे सहायक सरकारी वकील के रूप में कार्यरत थे. उसके बाद जिला सरकारी के रूप में कार्य किया. भैयासाहब पर उनके घर से सामाजिक, आध्यात्मिक, धार्मिक संस्कार है. विनम्र स्वभाव, सभी से प्रेमपूर्वक व्यवहार, साधा रहन सहन, छोटे बडे से भेदभाव न कर , किसी भी प्रकार का घमंड न कर, सभी की सहायता करना, उचित मार्गदर्शन, पक्षकारों को उचित सहयेाग , मृदभाषी व प्रत्येक को सहारा देने की वृत्ति आदि सदगुणों के कारण वे समाज में सुपरिचित है उनका मित्र परिवार उनसे जुडा है. उनके अनेक अनुभव है. उनके घर व प्रभात चौक कार्यालय में अनेक मित्रमंडल का आना जाना लगा रहता है. आज भी भैया साहब सभी से स्नेह संबंध रखते है. पुसदा गांव में सदा उनका जाना लगा रहता है तथा घरेलू कार्यक्रम, राममंदिर में उत्सव आदि कार्यक्रम उस जगह पर पहले की पध्दति से शुरू है. गांववासी मंडली के साथ उनकी चर्चा है वे उनकी समस्या का निराकरण करते है. रामनवमी उत्सव, चातुर्मास समाप्ति, संत गुलाबराव महाराज की पंढरपुर पालखी का आगमन आदि सामाजिक उपक्रम चलाते है. जिसके कारण भैयासाहब के मंदिर का वैभव, कार्यक्रम में उपस्थिति लोगों का सहयोग व भैयासाहब का बडप्पन इन बातों की ओर हमारा ध्यान आकषिर्र्त करते है. भैयासाहब अनेक संस्थाओं से जुडे है. उन्होंने अमरावती मेंं नीलकंठ व्यायाम मंडल के वे उपाध्यक्ष, सलाहगार समिति के वे सदस्य रहे है. लोक न्यायालय का आयोजन सल्ला मार्गदर्शन केंद्र में उनका महत्वपूर्ण सहयोग था. वे शिवाजी शिक्षा संस्था के आजीवन सदस्य है. विगत वर्ष में चुनाव में वे उपाध्यक्ष के रूप में चुनकर आए व उन्होनेे अपने पद का कार्यभार जिम्मेदारी सेे संभाला. उन्होंने आम आदमी को अच्छी शिक्षा की सुविधा उपलब्ध करने तथा अच्छा विद्यार्थी बनने, समाज का विकास करने, भाउसाहेब के विचार नई पीढी में लाना उनका ध्येय था. महाराष्ट्र व गोवा बार संगठन की सभा में उन्हें ज्येष्ठ विधिज्ञ कहकर सम्मानित किया गया. उनकी इस सामाजिक, पारिवारिक, शैक्षणिक व लोकपयोगी कार्यो में सफल गतिविधियों में जयश्री पाटिल, चिरंजीव एड अनिरूध्द पाटिल, कन्या स्वेता राउत, वृषाली उनका उन्हें महत्वपूर्ण सहयोग है. उनके जन्मदिन निमित्ति उन्हें परमेश्वर उन्हें लंबी आयु और अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करें.
यही ईश्वर के चरणों मे प्रार्थना है.
शुभेच्छूक
दीपक हुण्डीकर, अभिनंदन पेंढारी