क्रिसमस पर चर्च में विशेष प्रार्थना, बिशप सहित मान्यवरों ने दी बधाई
आगंतुकों को केक और उपहार, कैथेड्रल चर्च में उत्साह
* ईसाई समाज प्रफुल्लित, मीसा बलिदान भी
अमरावती/दि.25 – ईसाई समुदाय के सबसे बडे त्यौहार क्रिसमस पर शहर के समाजबंधु-भगिनी ने उत्साह व्यक्त किया. इर्विन चौक के पास स्थित कैथेड्रल चर्च में बिशप मैलकम सिक्वेरा, फादर रमनीश, ओनित घोंसालविस, फादर आरोक्य सामी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में विशेष प्रार्थना की गई. मीसा पढी गई, उसी प्रकार मीसा बलिदान भी किया गया. चर्च में समाज के लोगों के साथ ही शहर के अनेक राजनेता और अधिकारीगण समाज को क्रिसमस एवं नववर्ष की बधाई देने पहुंचे थे.
* मान्यवरों का सत्कार स्वागत
विधायक सुलभा खोडके, शिवसेना नेता नानकराम नेभनानी, कांग्रेस के शहर अध्यक्ष बबलू शेखावत, डॉ. कमलताई गवई, आईजी रामनाथ पोकले, डीसीपी गणेश शिंदे, डीसीपी सागर पाटिल, मनपा उपायुक्त नरेंद्र वानखडे, संजय खताले, निरीक्षक विजय लता पंधरे और अन्य अनेक गणमान्य पहुंचे थे. अतिथियों का चर्च की ओर से बिशप सिक्वेरा ने स्वागत किया. अतिथियों ने भी समाज को प्रभु येशू के जन्म की बधाई और नववर्ष की शुभकामनाएं दी.
* पत्रकारों का सत्कार
समारोह में मीडिया प्रतिनिधियों का स्वागत-सत्कार किया गया. उसी प्रकार दैनिक सकाल के क्रिसमस विशेषांक का प्रकाशन भी गणमान्य के हस्ते किया गया. आनंदमय अवसर पर सभी को केक और उपहार दिये गये. राष्ट्रीय एकता मंच की ओर से सभी को गुलाब का फूल देकर आज के हर्षमय अवसर और त्यौहार की बधाई व शुभकामनाएं दी गई.
* शांति का संदेश
बिशप मैलकम सिक्वेरा ने इस समय कहा कि, बडा ही आनंदमय क्षण है. ऐसे में हमें विश्व में शांति के लिए प्रार्थना और प्रयत्न करने चाहिए. उन्होंने कहा कि, मानवता का अवलंब हमें श्रेष्ठ बनाता है. उसी प्रकार विश्व में शांति स्थापित रहने पर ही प्रगति संभव है.
* विश्व कल्याण हेतु शांति और प्रेम की जरुरत
विधायक सुलभा संजय खोडके ने क्रिसमस के मौके पर कहा कि, विश्व कल्याण हेतु प्रभू येशू के शांति और प्रेम के संदेश को अपनाना आवश्यक है. इस समय चर्च की विशेष सजावट की गई थी. क्रिसमस ट्री भी सुरुचिपूर्ण अंदाज में सजाये गये. उसी प्रकार प्रभू येशू के जन्म प्रसंग की प्रतिकात्मक झांकी ने सभी को आकर्षित किया. छोटे बच्चों ने सुरीली आवाज में कैरल साँग प्रस्तुत किया. श्रीमती खोडके ने कहा कि, वे प्रभू येशू के चरणों में यही प्रार्थना करेगी कि, दुनिया से कलह, द्वेष, झगडे टंटे दूर करें. उन्होंने कहा कि, देव और मानव के संबंध दोबारा जोडने के लिए प्रभू येशू ने जन्म लिया. अत: आज भी विश्व को शांति और प्रेम का अवलंब करना आवश्यक है.