3 जनवरी को जया किशोरी और वैज्ञानिक किल्लेदार की स्पीच
पीआर पोटे पाटिल कॉलेज के टैकलॉन्स का आयोजन
* विद्यार्थियों को नई खोज, सोच के लिए 7 लाख के पुरस्कार
अमरावती/ दि.20- पीआर पोटे पाटिल शिक्षा समूह के राष्ट्रीय स्तर के आयोजन टैकलॉन्स 24 में इस बार आगामी 3 जनवरी को मोटीवेशनल वक्ता जया किशोरी जी और इसरों के वैज्ञानिक पंकज किल्लेदार के प्रेरक संबोधन रखे गये हैं. कठोरा स्थित पोटे कॉलेज में विद्यार्थियों के लिए स्पर्धा भी रखी गई है. जिसमें 7 लाख रूपए के पुरस्कार दिए जायेंगे. ऐसी जानकारी टैकलॉन्स संयोजक ने अमरावती मंडल को दी. उल्लेखनीय है कि विधायक प्रवीण पोटे द्बारा संचालित शिक्षा संस्थान में पिछले दशक भर में अनेक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के प्रेरक वक्ताओं ने हजारों छात्र-छात्राओं को सफल जीवन का मार्ग दिखलाया हैं.
* टैकलॉन्स पंजीयन प्रारंभ
तकनीकी क्षेत्र के विद्यार्थियों हेतु टैकलॉन्स का पंजीयन प्रारंभ हो गया हैं. 25 दिसंबर तक पंजीयन चलेगा. ऐसी जानकारी संयोजक प्रा. के. के. छाजेड एवं प्रा. एस. वी. मिश्रा ने दी. उसी प्रकार अधिक जानकारी के लिए इन दोनों प्राध्यापकों के अलावा छात्र संयोजक वेदांत रामेकर तथा श्रृतिका पांडे से संपर्क करने कहा गया है.
* इसरो के वैज्ञानिक हैं किल्लेदार
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र इसरो के वैज्ञानिक पंकज दामोदर किल्लेदार मास्टर कंट्रोल फैसेलिटी के विशेषज्ञ हैं. उन्होंने आयआयटी मुंबई से एमटेक किया है. गत 31 जुलाई को वे हासन में इसरो के कार्यक्रम के संचालक बने. उन्होंने बैंगलोर के यूआर राव सैटेलाइट केंद्र में जीओ सेट कार्यक्रम का प्रकल्प निदेशक के रूप में कार्य किया. विविध अंतरिक्ष वाहन अभियान मेें उनका योगदान रहा. जिसमें जी सैट 7 ए, जी सैट 29 और जी सैट 24 शामिल हैं. वे मूलरूप से सांगली जिले के निवासी है. 30 वर्षो से इसरो से जुडे हैं.
जया किशोरी की विशेषताएं
मोटीवेशनल वक्ता के रूप में पधार रही जया किशोरी जी आध्यात्मिक आयोजनों के लिए देशभर में प्रसिध्द हैं. पिछले वर्ष परतवाडा में उनके द्बारा प्रस्तुत नानीबाई रो मायरो कार्यक्रम में हजारों लोग उमडे थे. मूलरूप से कोलकाता की जया किशोरी जी भजन कार्यक्रमों हेतु प्रसिध्द हैं. यूट्यूब पर भी जया किशोरी काफी सर्च होती हैं. यह भी उल्लेखनीय है कि पोटे कॉलेज के वार्षिक कार्यक्रम में अब तक देश- विदेश की अनेक हस्तियां विद्यार्थियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला चुकी है. उनमें पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम से लेकर सुपर कम्प्यूटरजनक विजय भटकर, श्री-श्री रविशंकर, नोबल पुरस्कार प्राप्त मो. युनूस, शिव खेडा, किरण बेदी, चेतन भगत, नितिन गडकरी, राहुल शर्मा, शिवानी जी, मनिंदर सिंह बिट्टा का उल्लेख किया जा सकता हैं.