प्रशासकीय महकमों में फाइलों की मंजूरी को लेकर तेजी
आचार संहिता के चलते तीन महिने काम रहेगा ठप
अमरावती/दि.12– लोकतंत्र का सबसे बडा उत्सव रहने वाले लोकसभा चुनाव की घोषणा बुधवार 13 मार्च के बाद किसी भी क्षण हो सकती है. जिसके चलते चुनावी आचार संहिता लगने से पहले अंतिम चरण में विकास कामों की अधिकाधिक फाइलें मंजूर करने की ओर जनप्रतिनिधियों का ध्यान अधिक है. साथ ही साथ सभी प्रशासकीय विभागों मेें भी इस समय इसी काम को लेकर अच्छी खासी गहमा-गहमी देखी जा रही है. क्योंकि एक बार चुनावी आचार संहिता लग जाने के बाद अगले तीन महिने के लिए नये कामों को मंजूरी मिलने का काम पूरी तरह से ठप हो जाएगा.
उल्लेखनीय है कि, अगले कुछ दिनों के भीतर ही केंद्रीय निर्वाचन आयोग द्वारा संसदीय आम चुनाव का कार्यक्रम घोषित किया जाएगा. जिसे ध्यान में रखते हुए राजनीतिक स्तर पर बैठकों की रफ्तार बढ गई है. वहीं दूसरी ओर चुनावी आचार संहिता की वजह से अगले 3 महिने सभी विकास काम ठप हो जाएंगे. जिसके चलते जिला नियोजन समिति के तहत अधिक से अधिक विकास कामों को मंजूरी दिलाने हेतु विधायकों व उनके कार्यकर्ताओं की गतिविधियां अच्छी खासी तेज हो गई है. जिला नियोजन समिति अंतर्गत जारी आर्थिक वर्ष मेें निर्वाचन क्षेत्र हेतु मंजूर विधायक निधि, प्रस्तावित एवं मंजूरी को जोडकर निधि वितरण के तहत हुए काम और अब भी शेष बनी रहने वाली निधि का हिसाब-किताब मिलाने में सभी विधायकों के अच्छी खासी माथापच्ची करनी पड रही है. जिसमें भी शेष बची रहने वाली निधि में से काम सुझाते समय कामों का प्रधान्य क्रम कैसे तय किया जाये, सभी जनप्रतिनिधि इसी चिंता में देखे जा रहे है.
मुख्यालय में चल रही तैयारी लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के लागू होने की संभावना को देखते हुए अब विधायक निधि से काम करवाने हेतु बेहद अत्यल्प समय शेष है. जिसकी पार्श्वभूमि पर कामों के प्रस्ताव मंजूरी हेतु सप्ताह के पहले ही दिन सोमवार को जिलाधीश कार्यालय सहित नियोजन समिति व जिला परिषद में अच्छी खासी गहमा-गहमी दिखाई दी. साथ ही आचार संहिता लागू होने की संभावना को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा भी विशेष तैयारी की गई है और प्रस्तावित कामों की करीब पूर्ण फाइलों का तत्काल निपटारा करने के लिए प्रशासकीय महकमों के अधिकारियों की दौड-भाग चल रही है.