अमरावती

तहसील स्तर पर अस्पताल, ऑक्सीजन व टेस्ट रिजल्ट गतिमान करे

ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना की स्थिति चिंतनीय

  • पूर्व विधायक डॉ.सुनील देशमुख के विचार

अमरावती/प्रतिनिधि दि.१७ – पूरे तीन महिने से संपूर्ण शहर समेत जिले में कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन व आचार संहिता का झटका लोगों को सहना पड रहा है. लॉकडाउन रहते समय भी मरीजों की संख्या मात्र कम होने का नाम नहीं ले रही है. शनिवार को पाये गए 1 हजार 97 मरीजों में से 951 मरीज ग्रामीण क्षेत्र के तथा 146 यह शहर के थे. जिससे शहर में कोरोना स्थिति धीरे-धीरे नियंत्रण में आ रही है, ऐसा दिखाई देता है. जिससे अब प्रशासन ने अपना ध्यान ग्रामीण स्तर पर यानी तहसील स्तर पर केंद्रीत करना आवश्यक है. उसके लिए तहसील स्तर पर कोविड हॉस्पीटल, ऑक्सीजन आपूर्ति, वेंटीलेटर, टेस्ट रिजल्ट तत्काल आदि बातों पर ध्यान देना आवश्यक रहने के विचार पूर्व पालकमंत्री डॉ.सुनील देशमुख ने व्यक्त किये है. आज जिले में कोरोना के आंकडेवारी 1 हजार से नीचे आने को तैयार नहीं. रोजाना नए हजारों मरीज बढते जा रहे है. जिससे प्रशासन के साथ ही नागरिकों में दहशत का माहौल है. एक ओर पिछले 3 महिने से लॉकडाउन और संचारबंदी शुरु रहते हुए भी स्थिति नियंत्रण में क्यों नहीं, इस तरह का प्रश्न पूर्व पालकमंत्री डॉ.सुनील देशमुख से पूछा तब उन्होंने कुछ मुद्दों पर लक्ष्य केंद्रीत करने की जरुरत व्यक्त की. फिलहाल टीकाकरण शुरु है. किंतु धांधली ज्यादा है. ग्रामीण क्षेत्र से निकलने वाले मरीजों की संख्या देख ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण मुहिम यह तेजी से अमल में लाने की जरुरत डॉ.देशमुख ने व्यक्त की. उन्होंने कहा कि फिलहाल कोरोना संदिग्धों के सैम्पल लेने के बाद 3 दिन पश्चात रिपोर्ट आती है. जिससे संबंधित संदिग्ध यह सुपर स्प्रेडर साबित होता है. रिपोर्ट मिलने तक वह एक के छह पॉजिटीव करता है. जिससे ग्रामीण क्षेत्र में संदिग्धों के सैम्पल लिये तो संक्रमण नहीं बढेगा और स्वयं मरीज भी गंभीर नहीं होगा. उसपर तत्काल इलाज शुरु होंगे, जिससे टेस्ट रिजल्ट जल्द आनी चाहिए, इसके लिए प्रशासन ने व्यवस्था करने की जरुरत डॉ.देशमुख ने व्यक्त की.

  • तहसील स्तर पर हॉस्पीटल व्यवस्था

संदिग्ध मरीज का सैम्पल लेने के बाद उसे प्रथम आईसोलेशन में रखना जरुरी है. उसके बाद मरीजों की स्थिति ध्यान में रखकर निर्णय लेना जरुरी है. मरीज सीधे अमरावती न लाते हुए उसपर तत्काल औषधोपचार शुरु करने के लिए हर तहसील स्तर पर सुसज्ज कोविड अस्पताल रहना चाहिए. वहां ऑक्सीजन आपूर्ति, वेटीलेटर व्यवस्था, दवा आपूर्ति रहेगी तो फिर मरीज को अमरावती में लाने की जरुरत नहीं पडेगी और अमरावती की स्वास्थ्य व्यवस्था पर तनाव भी कम होगा. इसके साथ ही शहर का वातावरण भी पैनिक नहीं होगा, ऐसा डॉ.सुनील देशमुख ने बताया

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