मानव विकास कार्यक्रमों का निधि अंतर्भूत योजना के लिए ही खर्च करें
राज्य नियोजन मंडल के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश क्षीरसागर के निर्देश
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संभाग में डेढ़ हजार करोड़ से अधिक का नियोजन
अमरावती/दि.28 – मानवविकास कार्यक्रम में 13 योजना अंतर्भूत की गई हैं. इस कारण इस कार्यक्रम का निधि उन तेरह योजनाओं के लिए ही खर्च किया जाए. अन्य कामों के लिए इस निधि का इस्तेमाल न करें, ऐसे निर्देश राज्य नियोजन मंडल के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश क्षीरसागर ने दिए.
अमरावती संभाग के पांचों जिलों की समीक्षा लेने के लिए क्षीरसागर की अध्यक्षता में नियोजन भवन में बैठक आयोजित की गई. इस समय वे बोल रहे थे. बैठकमें विभागीय आयुक्त पीयुष सिंह, जिलाधिकारी पवनीत कौर,मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविष्यांत पंडा,अकोला की जिलाधिकारी निमा अरोरा,बुलढाणा के जिलाधिकारी एस.राममूर्ति,वाशिम के जिलाधिकारी षण्मुखराजन एस.,यवतमाल के जिलाधिकारी अमोल येडगे,नियोजन उपायुक्त किरण जोशी सहित विविध अधिकारी उपस्थित थे.
इस समय क्षीरसागर ने कहा कि कोरोना काल में स्वास्थ्य, महसूल व विविध विभागों ने समन्वय रखते हुए उत्तम काम किए. संभावित तीसरी लहर को रोकने के लिए नियोजन से अस्पताल, ऑक्सिजन प्लांट के कामों को प्रधानता दी गई. अस्पताल के फायर ऑडिट का काम पूरा किया जाना आवश्यक है. इसी तरह बालकों के लिए स्वतंत्र स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध की जाए, नावीन्यपूर्ण काम करते समय अधिकाधिक सार्वजनिक हित साधने का प्रयास किया जाए, ऐसे भी निर्देश उन्होंने दिये.
विभाग में संभावित तीसरी लहर के चलते अस्पताल को सुसज्ज करते समय ही ऑक्सिजन निर्मिती प्रकल्पों को चालना दी गई. अमरावती विभाग में 56 पीएसए ऑक्सिजन प्रकल्प व प्रत्येक जिले में लिक्वीड मेडिकल ऑक्सिजन स्टोरेज की सुविधा हुई. संभावित तीसरी लहर के लिए सभी यंत्रणा सुसज्ज रखी गई है, यह जानकारी विभागीय आयुक्त ने दी.
संभाग में योजना व उपयोजना में 1 हजार 524 करोड़ 68 लाख रुपए का नियोजन
अमरावती विभाग के कुल पांचों जिलों के 2021-22 वार्षिक योजना के लिए कुल 1 हजार 290 करोड़ व अनुसूचित जाति उपयोजना के लिए 219 करोड़ 98 लाख एवं मानव विकास कार्यक्रम के लिए 14.70 करोड़ रुपए का नियोजन है. अमरावती जिले में वार्षिक योजना में सर्वसाधारण योजना में 2021-22 वर्ष में 300 करोड़ रुपयों का अर्थसंकल्पनीय नियोजन किया गया है. अनुसूचित जाति उपाययोजना के लिए 101 करोड़ 70 लाख व आदिवासी उपयोजना के लिए 83 करोड़ 97 ला, तो मानवविकास अंतर्गत 4 करोड़ नियोजित है. वाशिम जिले में वार्षिक योजना में मंजूर नियत व्यय 185 करोड़ होकर, अनुसूचित जाति उपयोजना के लिए 64 करोड़ 71 लाख एवं आदिवासी उपयोजना के लिए 10 करोड़ 30 लाख, वहीं मानव विकास अंतर्गत 53 लाख 84 हजार का नियोजन है. यवतमाल जिले में जिला वार्षिक योजना में 325 करोड़, अनुसूचित जाति उपयोजना में 82 करोड़ 40 लाख, आदिवासी उपयोजना के लिए 99 करोड़ 41 लाख, मानवविकास अंतर्गत 1 करोड़ 17 लाख नियोजित है.