* राठी नगर में ब्रह्मांड नायक की महाआरती
अमरावती/ दि. 6- समय बदलता है, मनुष्य का स्वभाव भी परिवर्तित होता है. किंतु उसकी श्रध्दा और आस्था नहीं बदलती. जीवन में कोई कठिन प्रसंग अथवा संकट आने पर किसी सत्पुरूष की भेंट होती है तो वह हमारे संकट टाल देते हैं. कठिन समय में हमारे साथ खडे रहते हैं. ऐसे ही विभूति संत श्री गजानन महाराज थे.् जिन्होंने लाखों करोडों के जीवन में भक्ति का उजियारा लाया. मनुष्य की आध्यात्मिक प्रगति आवश्यक होती है, वह संत गजानन महाराज की भक्ति करते हुए साध्य की जा सकती है.
सुलभा खोडके आज गाडगेनगर-राठी नगर मार्ग के संकटमोचन हनुमान ट्रस्ट में आयोजित गजानन महाराज की महाआरती पश्चात सत्कार का उत्तर दे रही थी. उनके लगातार दूसरी बार अमरावती की विधायक चुने जाने पर हनुमान ट्रस्ट ने उनका शाल श्रीफल देकर सत्कार किया. महिलाएं और युवतियां सुलभा खोडके के सत्कार में उत्साह से सहभागी हुई थी. आरंभ में सुलभा खोडके ने गजानन महाराज को हारार्पण कर महाआरती में श्रध्दापूर्वक सहभाग किया.
सुलभा खोडके ने कहा कि सत्संग और संत समागम पुण्याई से प्राप्त होते हैं. लडकपन से ही भगवत भक्ति में तल्लीन लोगों को यह सहज साध्य होता है. वे संत की कृपा प्राप्त करते है. शेंगांव के संत गजानन महाराज के बारे में भी अनेक चमत्कार प्रसिध्द है. वे अदभूत सिध्द पुरूष थे. सुलभा खोडके का शाल श्रीफल पुष्पगुच्छ और श्री की प्रतिमा देकर सत्कार किया गया. सभी पदाधिकारी, यश खोडके, परिसर के लोग बडी संख्या में उपस्थित थे.