अमरावतीमहाराष्ट्र

‘महासंस्कृति महोत्सव’ के माध्यम से राज्य की संस्कृति युवा पीढी तक पहुंचाएं

सांसद नवनीत राणा का कथन

* सायंस्कोअर मैदान पर महासंस्कृति महोत्सव का शानदार शुभारंभ
अमरावती/दि.19– कला प्रस्तुति के लिए मंच उपलब्ध होना अपने आप में एक बडी उपलब्धि होती हैं, अमरावती परंपरा, संस्कृति, नाटिका, कलाविष्कार की नगरी हैं. यहां कला के साथ कलाकारों को हमेशा ही बढावा मिला हैं. किंतु समय के साथ भागदौड भरी जिंदगी में हम इस कला व कलाकारों की कद्र करना कुछ समय के लिए भूल गए हैं. उसे जीवित रखने का कार्य यह महोत्सव कर रहा हैं. हमारी युवा पीढी को अपनी सभ्यता, संस्कृति का दर्शन करवाने का ‘महासंस्कृति महोत्सव’ एक माध्यम हैं, ऐसा प्रतिपादन सांसद नवनीत राणा ने उद्घाटक के रुप में किया.

स्थानीय बस स्टैन्ड मार्ग पर स्थित सायन्सकोर मैदान पर रविवार से पर्यटन व सांस्कृतिक कार्य विभाग, महाराष्ट्र राज्य व जिलाधीश कार्यालय द्वारा आयोजित महासंस्कृति महोत्सव का शानदार शुभारंभ किया गया. पांच दिवसीय आयोजन के उद्घाटन अवसर पर वें बोल रही थी. कार्यक्रम में विशेष पुलिस महानिरीक्षक रामनाथ पोकले, जिलाधीश सौरभ कटियार, अपर जिलाधीश सूरज वाघमारे, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी संतोष जोशी, उपायुक्त संजय पवार, निवासी उपजिलाधीश अनिल भटकर आदि प्रमुखता से उपस्थित थे.
सांसद नवनीत राणा ने कहा कि, राज्य का साहित्य, कला, परंपरा व संस्कृति का जतन करना जरुरी हैं. इसके लिए राज्य सरकार की ओर से पूरे राज्य में महासंस्कृति महोत्सव आयोजित किया जा रहा हैं. इस महोत्सव के माध्यम से लुप्त हो रही परंपरागत कला, कौशल, आदिवासी कला, संस्कृति युवा पीढी को याद रहें. इसका जतन करने में सहायता मिलेगी. महोत्सव के माध्यम से जिले के कलाकारों को भी अपनी कला पेश करने का मौका मिल रहा हैं. इसका सभी जिलावासियों से लाभ लेने का आवाहन उन्होंने किया. जिलाधीश सौरभ कटियार ने कहा कि, पांच दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव में आदिवासी समाज की लुप्त हो रही कला, परंपरा, लोककला को प्रोत्साहित करने का प्रयास होगा. स्थानीक कलाकारों को मंच उपलब्ध करवाना ही हमारा उद्देश्य हैं. अमरावती सांस्कृतिक जिला हैं. जिसे हमेशा ही इसी नाम से जाना जाए, इसके लिए कला व कलाकारों को सदैव प्रोत्साहित किया जाएगा. यह बात उन्होंने कही. साथ ही जनता से इस कार्यक्रम का आनंद लेने का आवाहन उन्होंने किया. महोत्सव की शुरुआत रुद्रावतार ढोल-ताशा पथक की प्रस्तुति से की गई. दीप प्रज्वलन के साथ महोत्सव का शुभारंभ किया गया.

* शिव जयंती निमित्त विशेष कार्यक्रम
सोमवार 19 फरवरी को छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती निमित्त स्थानीय कलाकारो द्वारा पोवाडा व अन्य कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएगे. इसके अलावा शाम 7.30 बजे ‘गर्जा महाराष्ट्र’ संगीतमय कार्यक्रम ऋषिकेश रानडे व उनकी टीम द्वारा पेश किया जाएगा.

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