सावित्रीबाई के विचार समाज के सभी घटकों तक पहुंचाएं
शिवाजी शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय के कार्यक्रम में डॉ. मीना रोकडे का प्रतिपादन
अमरावती/दि.4 – क्रांतिज्योती सावित्रीबाई फुले के स्त्री शिक्षा के योगदान, उनके कार्य समाज के सभी घटकों तक पहुंचाना आवश्यक है. वे भारतीय समाज सुधारक, शिक्षा तज्ञ व कवियित्री थी. उन्होंने महात्मा ज्योतिराव फुले केासथ भारत की महिलाओं का अधिकार सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्हं भारतीय स्त्रीवाद की जननी कहे जाने की प्रतिपादन डॉ.मीना रोकडे ने किया.
श्री शिवाजी शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय में क्रांतिज्योती सावित्रीबाई फुले की जयंती कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस समय प्रमुख अतिथि के रुप में वे बोल रही थी. प्राचार्या डॉ. अंजली ठाकरे की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रुप में प्रा. डॉ. पी.एस. सायर, डॉ. उल्हास देशमुख, डॉ. पुष्पलता देशमुख उपस्थित थे. अतिथियों का परिचय डॉ. पुष्पलता देशमुख ने, प्रास्ताविक प्रा. डॉ. पी.एस. सायर ने किया. इस अवसर पर मान्यवरों सहित छात्रा श्रुति बडेरे ने विद्यार्थियों को महिला शिक्षा दिन का महत्व विशद किया. संचालन प्रा. जितेन्द्र राऊत व आभार प्रदर्शन प्रा. सुशांत कुकडे ने किया.