अमरावती

सामाजिक सद्भाव के साथ होता है श्री गणेशोत्सव मंडल का उत्सव

टोपे नगर में भव्य झांकियों व आकर्षक रोशनाई के साथ मनता है गणेशोत्सव

अब तक राज्यस्तर पर दो व आयुक्तालय स्तर पर तीन पुरस्कार भी प्राप्त हो चुके है
अमरावती-/दि.25 वर्ष 1991 में स्थापित टोपे नगर स्थित श्री गणेशोत्सव मंडल द्वारा द्वारा प्रति वर्ष भव्य-दिव्य तरीके से दस दिवसीय सार्वजनिक गणेशोत्सव मनाने के साथ-साथ अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन भी किया जाता है और एक से बढकर एक झांकियां साकार करने के साथ ही आकर्षक रोशनाई से साज-सज्जा की जाती है. जिसके चलते प्रतिवर्ष टोपे नगर में श्री गणेशोत्सव मंडल द्वारा साकार की जाती प्रतिकृतियों व झांकियों को देखने हेतु लाखों की संख्या में भाविक श्रध्दालुओं की भीड उमडती है.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, प्रतिवर्ष अलग-अलग धार्मिक स्थलों की प्रतिकृतियों को साकार करने के साथ ही श्री गणेशोत्सव मंडल द्वारा उन धार्मिक स्थलों की दैनिक नित्यपूजा व पवित्रता का भी बडी कडाई के साथ पालन किया जाता है. जब श्री गणेशोत्सव मंडल द्वारा टोपेनगर में साई दरबार की प्रतिकृति साकार की गई थी, तब रोजाना शिर्डी से फुलों का हार तैयार होकर यहां लाया जाता था. जिसे साईबाबा की मूर्ति पर अर्पित किया जाता था. इसी तरह वर्ष 2018 में अक्षरधाम मंदिर की प्रतिकृति साकार करते समय शहर के गुजराती समाज बंधूओं और वर्ष 2019 में खाटु नरेश श्यामबाबा के मंदिर की प्रतिकृति साकार करते समय खाटु श्याम प्रेमियों की सहायता लेकर उन्हें श्री गणेशोत्सव मंडल के दस दिवसीय गणेशोत्सव में शामिल किया गया. इसके अलावा वर्ष 2015 में शेगांव नगरी की प्रतिकृति साकार करते समय संत नगरी शेगांव से संतश्रेष्ठ श्री गजानन माउली की चरण पादुकाओं को लाकर यहां स्थापित किया गया था. साथ ही अमृतसर स्थित गुरूद्वारा श्री हरमिंदर साहिब यानी सुवर्ण मंदिर की प्रतिकृति साकार करते समय नांदेड सहित अमरावती के सिख समाज बंधूओं की रैली आयोजीत की गई थी और पूरे विधि-विधान के साथ इस प्रतिकात्मक सुवर्ण मंदिर में श्री गुरू ग्रंथ साहिब की स्थापना करते हुए शबद-कीर्तन का आयोजन किया गया था. विशेष उल्लेखनीय है कि, वर्ष 2017 में साकार की गई सुवर्ण मंदिर की प्रतिकृति व झांकी को देखने हेतु करीब साढे तीन लाख लोगों ने टोपे नगर स्थित श्री गणेशोत्सव मंडल में भेंट दी और उस वर्ष इस झांकी को राज्य सरकार द्वारा राज्य स्तर पर द्वितीय क्रमांक का पुरस्कार दिया गया था.

प्रति वर्ष चलाये जाते है विभिन्न सामाजिक उपक्रम
श्री गणेशोत्सव मंडल द्वारा प्रतिवर्ष ही विभिन्न तरह के सामाजिक उपक्रम चलाये जाते है और समाजोपयोगी कामों के लिए इस संभव सहायता उपलब्ध करायी जाती है. इसके तहत वर्ष 2015 में मासोद के नाले का चौडाईकरण करने हेतु पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे के हाथों आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी गई. वही वर्ष 2016 में आत्महत्याग्रस्त किसान परिवारों को तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों सहायता राशि वितरित की गई. इसके अलावा वर्ष 2017 में अमरावती की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं को उनकी जरूरतवाली वस्तुएं दी गई और वर्ष 2018 में आत्महत्याग्रस्त किसानों के बच्चों शैक्षणिक सहायता प्रदान की गई.

अब तक की अविस्मरणीय झांकियां
श्री गजानन महाराज मंदिर (शेगांव), श्री साईबाबा मंदिर (शिर्डी), सुवर्ण मंदिर (अमृतसर), अक्षरधाम मंदिर व खाटुश्याम बाबा मंदिर
बॉक्स, फोटो किरण पातुरकर
श्री गणेशोत्सव मंडल द्वारा प्रतिवर्ष गणेशोत्सव के दौरान अनेकों सामाजिक, सांस्कृतिक व क्रीडा उपक्रम चलाये जाते है. जिसके लिए हमें शहर के अनेकों गणमान्यों से सहायता मिलती है. यद्यपि इस वर्ष धूमधाम से गणेशोत्सव मनाने की छूट मिली है, लेकिन हम इस वर्ष भी बडे सादे व सामान्य तरीके से गणेशोत्सव मनायेंगे. क्योंकि कोविड की संक्रामक बीमारी का खतरा अब तक टला नहीं है. वहीं अगले वर्ष टोपे नगर में श्री गणेशोत्सव मंडल द्वारा पंढरपुर स्थित श्री विठ्ठल-रूख्मिणी मंदिर की झांकी साकार करते हुए बडी धूमधाम के साथ गणेशोत्सव मनाया जायेगा.
– किरण पातुरकर
संस्थापक, श्री गणेशोत्सव मंडल, टोपे नगर, अमरावती.

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