श्रीकृष्ण पेठ मंडल ने कनिपक्कम वारासिद्धी विनायक दर्शन
रोहन चिमोटे अध्यक्ष, बोथरा, करवा, रघुवंशी उपाध्यक्ष
* मन्नत और सत्य के देव माने जाते हैं यह गणपति
अमरावती/दि.18– शहर के प्रसिद्ध श्रीकृष्ण गणेश मंडल में इस बार आंध्र के प्रसिद्ध श्री वारासिद्धी विनायक स्वामी मंदिर की प्रतिकृति और विनायक के दर्शन अमरावती और परिसर के लोगों को होंगे. कल से आरंभ हो रहे गणेशोत्सव की तैयारी अंतिम स्वरुप में पहुंच गई है. इस बार उत्सव कार्यकारिणी में अध्यक्ष रोहन चिमोटे, उपाध्यक्ष सिद्धार्थ बोथरा, आशीष करवा, सत्यजीत रघुवंशी, कोषाध्यक्ष एड. गौरव लुनावत, सचिव आदित्य कोठारी, सहसचिव सिद्धार्थ दीक्षित का समावेश है. कार्यकारिणी का चयन मंडल की बैठक में सर्वसम्मति से किया गया.
बैठक में सर्वश्री कोमल बोथरा, मिलिंद चिमोटे, धीरेंद्र धामोरिकर, विनोद पाचघरे, एड. सुनील पडोले, डॉ. संदीप दानखडे, संजय चिमोटे, बालाजी बोबडे, नरेश सारडा, विवेक गाजले, राजेश अग्रवाल पेट्रोल पंप, संतोष अग्रवाल, मंगेश गुडधे, सोहन कलंत्री, बालू गुल्हाने, केतन शाह, अनिल कोठारी, प्रेम जैन, मुकुंद रहाटगांवकर, संजय जैन, रमेश साबद्रा, सुरेश साबद्रा, सुदर्शन चोरडिया, आशीष करवा, मयूश्र श्राफ, प्रफुल सावला, अनंत तायवाडे, मदन गाजले, सदानंद गाजले, सत्यजीत रघुवंशी, रवींद्र सारडा, संजय दीक्षित, बंटी दीक्षित, किशोर गट्टानी, अमरावती मंडल के प्रबंध संचालक राजेश अग्रवाल, यश चोरडिया, संतोष बोबडे, व्यासजी, विजय डागा, गोपाल झंवर आदि की उपस्थिति रही.
कार्यकारिणी सदस्यों में राजेश डागा, अनिल राउत, रवींद्र सारडा, सीए श्रेणिक बोथरा, उदित जडिया, लवेश विश्वकर्मा, अनुराग बोबडे, सागर जडिया, मुकेश गुप्ता, नोमित विश्वकर्मा, विपुल सावला, विकास गुल्हाने, सागर खंडेलवाल, सौरभ दीक्षित, आनंद बजाज, दुष्यंत चिमोटे, चंद्रजीत पांचघरे का समावेश है. महिला समिति में मनोरमा बियाणी, डॉ. रीमा झंवर, शिल्पा अग्रवाल, श्वेता गुल्हाने, वृषाली वासनकर, उर्वशी चिमोटे का समावेश है. पूजा समिति में गोपाल बियाणी, मुकुंद रहाटगांवकर , विजय डागा, गोपाल झंवर, सुनील अग्रवाल, उमेश देवघरे शामिल हैं. सलाहकार समिति में मदन गाजले, अनंत तायवाडे, प्रा. अनूप शिरभाते, संतोष अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, संजय दीक्षित, संदीप भट्टड, गोपाल बजाज, पवन भूतडा, राजेश नांगलिया, ओमप्रकाश बजाज, केतन शाह, मयूर श्राफ का समावेश है.
* कल स्थापना
मंडल में श्री की स्थापना पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख तथा डॉ. सोनाली देशमुख के हस्ते मंगलवार 19 सितंबर की शाम 6 बजे होगी. परसो 20 सितंबर बुधवार से रोजाना सवेरे 7 बजे अथर्वशीर्ष पाठ व अभिषेक होगा. जो 28 सितंबर गुरुवार तक अनवरत होगा. उत्सव दौरान विविध स्पर्धा रखी गई है.
* सत्य के हिमायती हैं वारासिद्धी विनायक
आंध्र के चित्तुर जिले के कनिपक्कम के श्री वारासिद्धी विनायक स्वामी मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है. अनेक आख्यायिका प्रचलित हैं. जिसके अनुसार मंदिर में मूर्ति के सामने शपथ लेकर कई बडे विवाद सुलझाए जाते हैं. इस देव को सत्य का देव माना जाता है. यहां झूठ बिल्कुल भी नहीं चलता. मंदिर के कारण गांव पूरे भारत में प्रसिद्ध है. कानी का अर्थ गीली जमीन और पक्कम यानी बहता पानी. इसलिए इस जगह को कनिपक्कम कहा जाता है. यहां बहुदा नदी प्रवाहित है. उसी प्रकार तालाब भी है. यहां लोग अपने पापों की कबूली देते हैं. फिर स्नान पश्चात मंदिर में प्रवेश करते हैं. श्रीकृष्ण मंडल ने पहले भी अष्टविनायक सहित अनेक विनायक के दर्शन अमरावतीवासियों को करवाएं हैं.