श्रीश्री रविशंकर कल अमरावती में
सायंस्कोर मैदान पर शाम में होगा 2 घंटे का सेशन
* महासत्संग में समूचे विदर्भ से उपस्थित होंगे हजारों फॉलोवर
* आयोजन को लेकर तैयारियां हुई पूर्ण, विशालकाय मंच व रैम्प तैयार
अमरावती/दि.8– पूरी दुनिया में विख्यात रहने वाले अध्यात्मिक गुरु तथा आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता श्रीश्री रविशंकर का कल 9 फरवरी को अमरावती आगमन होने जा रहा है. आर्ट ऑफ लिविंग की स्थानीय शाखा तथा पीआर पोटे शिक्षा संस्था के बुलावे पर अमरावती आ रहे श्रीश्री रविशंकर द्वारा कल शाम 4 से 6 बजे तक स्थानीय सायंस्कोर मैदान पर आयोजित महासत्संग आनंदपर्व में हिस्सा लिया जाएगा. जिसमें अमरावती जिले सहित समूचे विदर्भ क्षेत्र से हजारों ‘डीवोटी’ व ‘फॉलोवर’ उपस्थित रहेंगे. इस आयोजन के लिए सायंस्कोर मैदान पर भव्य-दिव्य तैयारियां पूरी कर ली गई है. जिसके तहत 40 बाय 70 के आकारवाला विशालकाय मंच साकार करने के साथ ही सायंस्कोर मैदान पर करीब 300 फीट लंबा रैम्प भी तैयार किया जा रहा है. जिस पर चलते हुए श्रीश्री रविशंकर अपने डीवोटी व फॉलोअर्स के बीच जाएंगे और उन्हें बेहद करीब से अपने दर्शन देंगे.
उल्लेखनीय है कि, अपने मानने वालों व चाहने वालों के बीच ‘गुरुजी’ के नाम से मशहूर श्रीश्री रविशंकर द्वारा आर्ट ऑफ लिविंग के विचार को विश्व भर में स्थापित किया गया है और पूरी दुनिया में उनके विचारों को मानने वाले लोगों की अच्छी खासी संख्या है. आर्ट ऑफ लिविंग संस्था विगत 42 वर्षों से कार्यरत है और इस समय दुनिया के 180 से ज्यादा देशों में सक्रिय है. जिसके साथ 50 करोड से अधिक फॉलोअर जुडे हुए है. जिससे अमरावती शहर व जिले सहित विदर्भ क्षेत्र भी अछूता नहीं है तथा विदर्भ क्षेत्र में श्रीश्री रविशंकर को मानने वालों की संख्या लाखों में है, जो आर्ट ऑफ लिविंग की शाखाओं के साथ सक्रिय तौर पर जुडे हुए है. ऐसे में श्रीश्री रविशंकर के अमरावती आगमन को लेकर अमरावती सहित समूचे विदर्भ क्षेत्र में रहने वाले श्रीश्री रविशंकर के चाहने वालों में अच्छा खासा उत्साह भी देखा जा रहा है.
* शंखनाद से होगा आयोजन का प्रारंभ
कल 9 फरवरी को शाम 4 बजे सायंस्कोर मैदान पर भव्य-दिव्य शंखनाद से इस महासत्संग का प्रारंभ होगा. इस समय 1305 लोगों द्वारा एक साथ शंखनाद किया जाएगा. साथ ही इस शंखनाद को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज किया जाएगा. जिसके उपरान्त विश्व शांति के लिए ध्यान सत्संग करते हुए ज्ञान चर्चा की जाएगी.
* आयोजन को लेकर जबर्दस्त उत्साह
कल 9 फरवरी को होने जा रहे श्री श्री रविशंकर के महासत्संग हेतु अमरावती शहर में जबर्दस्त उत्साह देखा जा रहा है. जिसके तहत जहां गत रोज शहर में बाइक रैली निकाली गई. वहीं आज सुबह पदयात्रा का आयोजन किया गया. विशेष उल्लेखनीय है कि, इस भव्य दिव्य आयोजन के लिए कहीं भी किसी भी तरह का कोई बडा तामझाम नहीं दिखाई दे रहा, बल्कि इस आयोजन के लिए बडे ही सहज एवं सरल तरीके से तैयारियों को पूरा किया जा रहा है. साथ ही कल यह ज्ञानवर्धक व अध्यात्मिक कार्यक्रम भी ऐसे ही सहज व सरल तरीके से संपन्न होगा, ऐसी जानकारी आर्ट ऑफ लिविंग के स्थानीय पदाधिकारियों द्वारा दी गई है.
* सभी के लिए नि:शुल्क व खुला प्रवेश
विशेष उल्लेखनीय है कि, श्री श्री रविशंकर के इस महासत्संग में सभी आयु वर्ग एवं समाज के सभी घटकों से वास्ता रखने वाले लोगों के लिए प्रवेश पूरी तरह से नि:शुल्क एवं खुला रखा गया है. इस जानकारी के साथ ही आर्ट ऑफ लिविंग के स्थानीय पदाधिकारियों ने सभी से कल 9 फरवरी की शाम 4 से 6 बजे तक सायंस्कोर मैदान पर आयोजित होने जा रहे इस महासत्संग में हिस्सा लेने का आवाहन किया है.
* कौन हैं श्रीश्री रविशंकर
बता दें कि, आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर की पूरी दुनिया में अध्यात्मिक गुरु व शांति के राजदूत के तौर पर ख्याति है. साथ ही वैश्विक, राष्ट्रीय, धार्मिक एवं व्यक्तिगत स्तर पर आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए समाज को सक्षम व परिवर्तनशील बनाने हेतु श्रीश्री रविशंकर ने ऑर्ट ऑफ लिविंग के जरिए पूरी दुनिया को अद्वितीय एवं प्रभावी प्रोग्रॉम आर्ट दिया है. यहीं वजह है कि, श्रीश्री रविशंकर को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपना गुरु मानते है.