अमरावती

श्रीकांत बोंडे ही सभापति पद को न्याय देने वाला नेतृत्व

किसानों एवं युवाओं का विश्वास

टाकरखेडा संभु/दि.10- हाल ही में हुए अमरावती कृषी उत्पन्न बाजार समिति के चुनाव में तीन पैनल द्वारा उम्मीदवार एक-दूसरे के मुकाबले में खडे थे. इसमें सहकार पॅनल, शेतकरी पॅनल, बलीराजा पॅनल था. इनमें मुख्य मुकाबला सहकार और शेतकरी पॅनल के बीच हुआ. शेतकरी पॅनल का नेतृत्व करने वाले सुनील राणा व प्रकाश साबले पराजित हुए तथा सहकार पॅनल के कुछ दिग्गज नेतृत्व सहित पुराने संचालकों को भी मतदाताओं की ओर भारी प्रतिसाद मिला. सहकार पॅनल के 18 उम्मीदवार तिवसा निर्वाचन क्षेत्र की विधानसभा सदस्य यशोमती ठाकूर के नेतृत्व में विजयी हुए. इन निर्वाचित संचालकों में से सभापति- उपसभापति का चयन होता है. कुछ समिकरण जोडकर सभापति कुर्सीपर पर बैठता तो है, लेकिन किसानों समस्या उसके द्वारा कभी पूरी नहीं होती ऐसा दिखाई देता है. निर्वाचित सभापति किसानों के हित का हो तथा हमेशा किसानों के संपर्क में रहे, ऐसी जनभावना होती है. गांव में चल रहीं चर्चा के अनुसार श्रीकांत बोंडे पांचों साल तक किसानों के संपर्क रहेंगे. यहां के किसानों को यहीं उम्मीद रहने से सभापति पद को न्याय देने वाला नेतृत्व साबित होगा, ऐसी प्रतिक्रिया किसानों द्वारा व्यक्त की जा रही है. जिस प्रकार यशोमति ठाकुर दोनों तहसील के गांव के सरपंच, सदस्य, उपसरपंच, सेवा सहकारी सोसायटी अध्यक्ष, सोसाइटी के सदस्य गण, तथा गावातील प्रतिष्ठित नागरिक, महिला किसान समेत युवाओं के संपर्क में रहती है. इसी तरह का काम भातकुली तहसील कांग्रेस कमेटी का अध्यक्षपद मिलने के बाद श्रीकांत बोंडे ने किया. इसलिए आम जनता सहित युवाओं को भी श्रीकांत बोंडे ही सभापति पद को न्याय देंगे और किसानों से सीधे संपर्क रखनेवाला सभापति बन सकते है, यह विश्वास व्यक्त किया जा रहा है.

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