अमरावती/दि.3- साबू परिवार व्दारा आयोजित श्रीमद भागवत कथा सप्ताह में पूज्य कथा प्रवक्ता क्षमाराम महाराज ने कहा कि, संसार में परमात्मा की प्राप्ति कल्याण से होती है. कल्याण का मार्ग आपकी इच्छा पर अवलंबित है. जिस प्रकार की इच्छा होती है उसकी व्यवस्था भगवान कर देते है. कल्याण से हृदय शुद्ध होता है और शुद्ध हृदय में ज्ञान एवं विवेक की प्राप्ति होती है.
सतीधाम मंदिर में आयोजित भागवत कथा के चौथे दिन महाराजश्री ने वराह अवतार, कपील मुनी अवतार, ध्रुव की कथा, दक्ष प्रजापति, सती जन्म कथा और अजामील उद्धार कथा का विवेचन किया. उपस्थितों को बडे ही सुंदर अंदाज में महाराजजी ने कथा का विवेचन जारी रखा है.
उन्होेंने कहा कि परमात्मा से विमुख होने वाले लोग संसार में दुख पाते है. पहले एक परब्रम्ह परमात्मा ही थे इसके बाद अनेक रुप हुए. भगवान ने माया रुप से संसार बनाया. सात्विक संकल्प से देवता पैदा हुए. ब्रह्माजी व्दारा संकल्प मात्र से भगवान के आदेश से सृष्टि की रचना हुई. पैदा होने वाला जीव परमात्मा स्वरुप है. भगवान सर्वनंदामय है. हम लोक निराकार परमात्मा को जान नहीं पाते हमारा ध्यान लगने के लिए परमात्मा ने साकार रुप लिया. ध्यान करने से मन के भीतर पवित्रता आती है. अनेक कथाओं और उपकथाओं के जरिए भागवत का सार उन्होंने बतलाया.
इस समय विनोद साबू, दिलीप साबू, संजय लखोटिया, घनश्यायम मालानी, संजय अग्रवाल, जय जोशी, अमरचंद मंत्री, लीलाधर राठी, गोपाल भट्टड, रामस्वरुप हेडा, पूनम साबू, चंदन मंत्री, किशोर सोनी, श्रीनिवास सोनी, शशि मुुंधडा, शशि मोहता, शांता कासट, लीला लढ्ढा, भारती भट्टड, मोहनी खंडेलवाल, सुनीता भट्टड, राजा साबू, सुरेखा साबू, पार्वती साबू सहित बडी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे.