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‘श्रीनिवासा गोविंदा, व्यंकटरमना गोविंदा….’

हजारों ने किए दर्शन, वैकुंठद्बार से गमन

* बालाजी मंदिर में तडके 5 बजे से उमडे भक्त
* देवालय की सजावट से भी हुए मुग्ध
अमरावती/ दि. 10-वैकुंठ एकादशी के सुअवसर पर आज तडके 5 बजे से ही वसंत चौक स्थित तिरूपति बालाजी मंदिर में भाविक उमडे. सुबह 6 बजे निकाली गई पालखी शोभायात्रा में श्रध्दालुओं को भगवान बालाजी व लक्ष्मीजी एवं पदमावती की उत्सव मूर्तियों को पालखी में उठाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. इसके लिए होड देखी गई. सैकडों भाविक 8-10 डिग्री तापमान के बावजूद बालाजी पालखी और सबेरे की आरती हेतु उमडे थे. गोविंदा, व्यंकटरमना गोविंदा, श्रीनिवासा गोविंदा और अन्य जयघोष सभी की जिव्हा पर था. बडी संख्या में स्त्री- पुरूष आरती में सहभागी हुए.
* वैकुंठद्बार से निकासी
मंदिर में दर्शनार्थियों की भीड उमडी. उन्हें फलीदाना की चिक्की प्रसाद स्वरूप दी गई. आज की एकादशी का महत्व वैकुंठ द्बार का होने से मंदिर का उत्तरी भाग का द्बार खोला गया. वहां से भाविक उत्साह से बालाजी भगवान का जयकारा लगाते हुए निकले. बाहर भी कई भक्तों ने नाना प्रकार के प्रसाद का प्रबंध किया था. सुबह के सत्र में जहां साबुदाना खिचडी और दूध का वितरण किया गया. दोपहर के सत्र में गुड की चिक्की, केला, दूध, उसल, उबले हुए फलीदाना का प्रसाद वितरण किया गया. हजारों भाविकों ने प्रसाद का लाभ लिया. ंप्रशांत देवीकर और उनके साथियों ने साबूदाना खिचडी और अन्य प्रसादी का प्रबंध संभाला. वहीं अशोक नागला की ओर से मसाला दूध का वितरण किया गया. गत डेढ दशक से यह श्रध्दालु उक्त सेवा सहर्ष प्रदान कर रहे हैं.
* सुंदर विलोभनीय सजावट
वैकुंठ एकादशी के पावन अवसर पर तिरूपति बालाजी मंदिर को फूलों की लडियों, लाइटिंग से सुंदर श्रृंगार किया गया. प्रवेशद्बार पर केले के स्तंभ और आम्रपल्लव भी सजाए गये. भाविकों ने स्वर्णस्तंभ पर माथा टेक कर अपनी श्रध्दा व्यक्त की.
* ट्रस्टियों का उत्साहपूर्ण सहभाग
बालाजी मंदिर के सभी ट्रस्टी एड. आरबी अटल, जगदीश प्रसाद अग्रवाल, नारायणदास अग्रवाल, नरेश अग्रवाल, जुगलकिशोर गट्टानी, राजेश हेडा, अरूण पटेरिया, गोविंद दायमा, रमन दायमा, काकडाजी, पुरूषोत्तम गोयनका, देवदत्त जोशी, सुनील गांधी, विजय खंडेलवाल, श्रीनिवास भट्टड, वल्लभदास सिकची, मन्नू गहलोत, नारायणराव उपरकार, मोतीलाल अग्रवाल, आनंद सिकची, कुशल पांचाल, दर्शन कौसकिया के साथ ही भाविक जन सर्वश्री कन्हैया गोयल, श्रीकिसन व्यास, गणेश अग्रवाल, उमेश पनपालिया, प्रशांत लढ्ढा, सुयोग लढ्ढा, पवन लढ्ढा, विशाल लढ्ढा, सचिन साहू, आनंद सारडा, सुशील सारडा और अनेकानेक श्रध्दालुओं का समावेश रहा. उत्साह से पारंपरिक वाद्य के निनाद में सुबह निकली पालखी ने अत्यंत भक्तिमय वातावरण बना दिया था.

* विशेष अभिषेक
भगवान तिरूपति बालाजी का वैकुंठ एकादशी उपलक्ष्य तडके विशेष अभिषेक किए गये. पारंपरिक मंत्रोच्चार पुरोहितों गौरव स्वामी बालाजी स्वामी, पांडे स्वामी, आदेश स्वामी आदि ने अभिषेक संपन्न किया. आज के यजमान मंदिर के ट्रस्टी ही होते हैं. बालाजी मंदिर में आज रात्रि 10 बजे तक दर्शन खुले रहने की जानकारी दी गई.

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