अमरावतीमहाराष्ट्र

एसटी चालकों व वाहकों को खुद सिलवाना पड रहा गणवेश

वेतन में सिलाई भत्ते का अता-पता ही नहीं

* रापनि कर रहा खर्च देने की बात
अमरावती/दि.5– यात्रियों की सेवा के लिए दिन-रात कार्यरत रहने वाले महाराष्ट्र राज्य परिवहन विभाग के चालकों व वाहकों को करीब 6 साल के बाद नया गणवेश मिलने जा रहा है. जिसके लिए अमरावती विभाग की सभी रापनि चालकों व वाहकों को नये गणवेश हेतु कपडा दे दिया गया है. जिसके चलते कर्मचारियों में खुशी का माहौल है, लेकिन वेतन में अब तक सिलाई भत्ता नहीं मिला है. ऐसे में इन कर्मचारियों में इस बात को लेकर संभ्रम देखा जा रहा है कि, कही उन्हें खुद ही तो सिलाई का खर्च नहीं करना है.

बता दें कि, एसटी महामंडल के चालकों व वाहकों को विगत 6 वर्षों से गणवेश नहीं दिया गया था. इससे पहले वर्ष 2019 में कर्मचारियों को नई पद्धति के अपडेटेड व तैयार गणवेश दिये गये थे. परंतु कर्मचारियों द्वारा इस गणवेश को अमान्य कर दिये जाने के चलते उस गणवेश को वापिस ले लिया गया था. वहीं अब दोबारा निविदा प्रक्रिया चलाते हुए महामंडल के कर्मचारियों को गणवेश वितरीत करने हेतु प्रशासन द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.

* 6 वर्ष बाद चालकों व वाहकों को मिलेगा गणवेश हेतु कपडा
यात्रियों की सेवा के लिए दिन-रात बडी इमानदारी व मेहनत के साथ काम करने वाले राज्य परिवहन निगम यानि एसटी के चालकों व वाहकों को 6 वर्ष पश्चात आखिरकार गणवेश हेतु कपडा मिलने वाला है.
जानकारी के मुताबिक कोविड काल के साथ ही रापनि कर्मियों की हडताल के चलते एसटी बस सेवा लंबे समय तक बंद पडी थी. जिसके चलते एसटी महामंडल को करोडों रुपयों के आर्थिक नुकसान का सामना करना पडा था. जिसके चलते कर्मचारियों को गणवेश भी नहीं दिया जा सका था.

* रापनि कर्मियों को खुद करना होगा सिलाई का खर्च
रापनि प्रशासन द्वारा कपडा व सिलाई भत्ता दिया जाता था. जिसमें कर्मचारियों के दो गणवेश तैयार हो जाया करते थे.
विगत 5-6 वर्ष के दौरान कई लोगों ने खुद अपने खर्च से अपना गणवेश सिलकर तैयार करवाये, जिसकी सिलाई का खर्च व भत्ता महामंडल कब देगा, यह सबसे बडा सवाल है.
बता दें कि, कर्मचारियों को सिलाई के खर्च सहित गणवेश धुलाई भत्ता भी दिया जाता है. परंतु यह खर्च भी विगत कई दिनों से रापनि कर्मियों को नहीं मिला है.

* रापनि के अमरावती विभाग में रापनि चालकों व वाहकों को गणवेश के कपडों का वितरण शुरु है. जिन्हें सिलाई भत्ता व धुलाई भत्ता भी दिया जाता है.
– नीलेश बेलसरे,
विभाग नियंत्रक, अमरावती.

* आगार निहाय चालक व वाहक संख्या
आगार                   चालक              वाहक
अमरावती                88                   39
बडनेरा                    52                   32
परतवाडा                101                  21
वरुड                      84                   16
चांदूर रेल्वे               52                   13
दर्यापुर                    91                   26
मोर्शी                      56                   22
चांदूर बाजार            72                   08

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