अमरावती/दि.29 – पिछले 7 नवंबर से राज्यभर में एसटी कर्मियों की हडताल के चलते जिले में भी हडताल जारी है. एसटी बसे बंद होने की वजह से यात्रियों को मजबूरी में भंगार वाहनों में यात्रा करनी पड रही है. आरटीओ कार्यालय में वाहन का पंजीयन करवाकर फिटनेस प्रमाणपत्र लेना आवश्यक होता है. किंतु अधिकांश वाहन बगैर फिटनेस प्रमाणपत्र के ही चलाए जा रहे है. दुर्दैव से कोई बडा हादसा यहां होता है तो उसके जवाबदार कौन यह प्रश्न उपस्थित हो रहा है.
यात्री मजबूरी में भंगार वाहनों में यात्रा करने को मजबूर है. आरटीओ कार्यालय में पिछले 10 वर्षो में 30,570 वाहनों का पंजीकरण किया गया है. 15 सालों में निजी वाहनों की संख्या 2 लाख 10 हजार 896 है. आरटीओ कार्यालय के पास कुल 8 लाख 12 हजार 744 वाहनों का पंजीयन है. यात्री वाहनों को 8 वर्ष होने के पश्चात हर साल वाहनों का फिटनेस प्रमाणपत्र लेना व वाहन का पासिंग करवाना आवश्यक होता है.
दी गई कालावधि समाप्त होने के पश्चात भी फिटनेस रोेटेशन पद्धति से उन वाहनों का पासिंग किया जा सकता है और फिटनेस सर्टिफिकेट प्राप्त किया जा सकता है ऐसी जानकारी अधिकारियों व्दारा दी गई. किंतु एसटी बसों के हडताल के चलते खुलेआम भंगार वाहनों में यात्रियों को ले जाया जा रहा है. इन वाहन चालकों के पास फिटनेस सर्टिफिकेट भी नहीं है फिर भी यह वाहन सडकों पर दौडते नजर आ रहे है. इन वाहन चालकों पर कार्रवाई की जाने की मांग की जा रही है.
एसटी कर्मचारियों की हडताल अभी भी समाप्त नहीं हुई है. प्रशासन तथा एसटी कर्मियों के बीच किसी भी तरह का रास्ता नहीं निकल पाया है. जिसमें यात्रियों को मजबूरी में निजी वाहनों में सफर करना पड रहा है. स्थानीय मध्यवर्ती बसस्थानक से लेकर पंचवटी चौक तक निजी वाहनों की कतारें लगी दिखाई दे रही है. जिसमें भंगार वाहनों का भी समावेश है. यात्री मजबूरी में भंगार वाहनों में सफर कर रहे है. जिससे बडा हादसा भी हो सकता है.
निजी वाहनों सिवाय पर्याय नहीं
एसटी कर्मियों की हडताल के चलते कहीं भी जाना हो तो निजी वाहनों के सिवाय पर्याय नहीं है. परतवाडा, दर्यापुर, चांदूररेल्वे, मोर्शी जाने के लिए कालीपीली, निजी बस यहां तक की स्कूल बस भी चलायी जा रही है. अधिकतर भंगार बसों में भी यात्रियों को ले जाया जा रहा है. एसटी बस की हडताल के चलते निजी वाहनों के सिवाय यात्रियों को पर्याय नहीं.
नियमानुसार यात्री वाहनों का पासिंग अनिवार्य
नियमानुसार जिन वाहनों को 8 वर्ष पूर्ण हो चुके है उन वाहनों का हर साल पासिंग करवाकर फिटनेस सर्टिफिकेट लेना आवश्यक है. बगैर पंजीयन करवाए वाहन चलाए नहीं जा सकते ऐसे वाहनों पर कार्रवाई का अभियान शुरु किया गया है. सभी निजी वाहन चालकों को आदेश देकर पुन: यह अभियान चलाया जाएगा.
– राम गीते, प्रादेशिक परिवहन अधिकारी अमरावती
दोगुना किराया किया जा रहा वसूल
एसटी महामंडल की हडताल के चलते यात्रियों को निजी वाहनों में सफर करना पड रहा है. वहीं निजी वाहन चालक यात्रियों की मजबूरी का फायदा ले रहे है. दोगुना किराया वसूलने के बाद भी उन्हें भंगार वाहनों में बिठाया जा रहा है. इन वाहनों पर कार्रवाई की जाने की मांग यात्रियों व्दारा की जा रही है.