अमरावती

एसटी महामंडल कर्मचारियों की 19 वें दिन भी हडताल जारी

हडताली कर्मचारी विलिनीकरण की मांग को लेकर अडे

अमरावती/दि.26 – विगत 7 नवंबर से एसटी महामंडल कर्मचारियों की हडताल को आज 19 दिन पूर्ण हो चुके है. अब भी एसटी कर्मचारी अपनी विलिनीकरण की मांग को लेकर अडे हुए है. 7 नवंबर से एसटी कर्मचारियों व्दारा राज्यव्यापी कामबंद आंदोलन किया गया था. सोमवार को मुंबई के आजाद मैदान पर संपूर्ण राज्यभर के एसटी कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन भी किया था. किंतु शासन और हडताली कर्मियों के बीच किसी प्रकार का हल नहीं निकला शासन व्दारा एसटी कर्मचारियों का वेतन बढा दिए जाने का आश्वासन दिया गया. किंतु कर्मचारियों का कहना है कि वेतन बढाए जाने के साथ-साथ विलिनीकरण भी किया जाए.
सरकार व्दारा एसटी कर्मचारियों के विलिनीकरण को लेकर नियुक्त की गई समिति की रिपोर्ट आने तक कर्मचारियों को अंतरिम वेतन बढाए जाने का प्रस्ताव दिया गया और कर्मचारियों के वेतन बढाने की भी घोषणा की गई. किंतु सरकार व्दारा लिए गए इस निर्णय से हडताली कर्मचारी सहमत नहीं है. आज हडताल को 19 दिन पूर्ण हो चुके है. अब भी हडताली कर्मचारी विलिनीकरण की मांग को लेकर डटे हुए है. एसटी कर्मियों की हडताल की वजह से यात्रियों को परेशानी हो रही है साथ ही महामंडल को आर्थिक नुकसान हो रहा है.

विद्यार्थियों को परेशानी

राज्य सरकार व्दारा कक्षा 1 से 4 थी तक शालाएं शुरु करने का निर्णय लिया गया है. किंतु एसटी बस की हडताल के चलते ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थी स्कूल तक कैसे पहुंचेगे इसको लेकर उन्हें परेशानी उठानी पड रही है. परिवहन मंत्री अनिल परब व्दारा दिए गए फामूले को नकारते हुए अब भी एसटी कर्मचारियों की हडताल जारी है.

जिले में 7.5 करोड का नुकसान

एसटी कर्मियों की हडताल समाप्त करने के लिए राज्य सरकार व्दारा अनेको प्रयास किए जा रहे है. किंतु परिवहन निगम के हडताल में शामिल कर्मचारी अपनी मांग को लेकर अडे हुए है. राज्य के अनेको हडताली कर्मचारियों का निलंबन कर दिए जाने के पश्चात भी हडताल जारी ही है. जिले में भी अनेको कर्मचारियों का निलंबन कर दिया गया है. एसटी महामंडल की हडताल से आम यात्रियों व छात्रों को भी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है वहीं अब तक जिले में 7.5 करोड का आर्थिक नुकसान हुआ है.

आंदोलन किसी एक संगठना का नहीं

बुधवार को कर्मचारियों के प्रतिनिधि मंडल के साथ बैठके हुई जिसमें सरकार व्दारा कर्मचारियों को वेतन वृद्धि का गाजर दिखाया गया. किंतु कर्मचारी गुमराह नहीं होंगे यह आंदोलन किसी एक संगठना का नहीं है बल्कि सभी कर्मचारियों का है. सरकार व्दारा हडताल तोडने के यथासंभव प्रयास किए जा रहे है. किंतु सभी कर्मचारी विलिनीकरण की मांग को लेकर अडे हुए है.
– सतीश कडू, एसटी कर्मचारी

वेतन वृद्धी का तुकडा मंजूर नहीं

एसटी कर्मचारियों के इससे पहले सरकार से दो समझौते हुए है. सरकार व्दारा वेतन बढाए जाने की बात कही गई किंतु वेतन वृद्धि का तुकडा हमें मंजूर नहीं. सरकार जब तक विलिनीकरण की मांग मंजूर नहीं करती तब तक हडताज जारी रहेगी.
– अश्विनी ठाकरे, महिला कर्मचारी

वेतन वृद्धि किए जाने पर भी कर्मचारी अडे

वेतन वृद्धि किए जाने के पश्चात भी एसटी कर्मचारी अपनी मांग को लेकर अडे हुए है. इसलिए यह कहना संभव नहीं होगा कि एसटी बस की सेवा पूर्ववत कब से शुरु की जाएगी. अब तक हडताल से जिले में परिवहन निगम को 7.5 करोड का नुकसान हो चुका है. कुछ कर्मचारी काम पर लौटे है किंतु ड्रायवर व कंडेक्टर अभी तक नहीं लौटे है.
– श्रीकांत गभणे, विभागीय नियंत्रक, राज्य परिवहन मंडल

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