एसटी महामंडल ने 26 बसे छोडी अमरावती से पुणे के लिए
महामंडल की इस स्पेशल बस सेवा से 1040 यात्री वापस अपने घर लौटे
अमरावती-/ दि.23 राज्य के पुणे महानगर में अमरावती जलिे के हजारो विद्यार्थी पढाई और नौकरी के लिए रहते है. लेकिन दीपावली का त्यौहार मनाने के लिए वह वापस अपने घर लौटते है. लेकिन पुणे से अमरावती आने निजी ट्रैवल्स व लक्झरी बस द्वारा मनमाने तरीके से किराया वसूल किए जाने से इस वर्ष एसटी महामंडल ने पुणे के लिए विशेष सबसेवा शुरू कर सुविधा उपलब्ध की है. इसका जिले के नागरिक लाभ उठा रहे है. 19 अक्टूबर से शुरू की गई इस बससेवा के आज पांचवें दिन तक कुल 26 बसेस अमरावती से पुणे के लिए छोडी गई. करीबन 1040 यात्रियों ने इसका लाभ उठाते हुए इस विशेष बससेवा को भारी प्रतिसाद दिया.
जानकारी के मुताबिक अमरावती जिले से हजारो विद्यार्थी व नौकरी करनेवाले पुणे जाते है. लेकिन दीपावली के अवसर पर वह यह पावन पर्व मनाने अपने घर लौटते है. हर वर्ष उनसे दिवाली में अपने घर लौटते समय टिकट किराए में निजी ट्रैवल्स का किराया संचालकों द्वारा मनमाने तरीके से वसूला जाता है. इस कारण नागरिकोें की मांग पर एसटी महामंडल द्वारा दिवाली पर्व पर 19 से 23 और जॉब वर्कर व विद्यार्थियों की पुणे वापसी के लिए 26 से 31 अक्टूबर तक विशेष बससेवा शुरू की गई है. अमरावती के विभागीय नियंत्रण नीलेश बेलसरे ने बताया कि रविवार तक पांच दिनों में कुल 26 बसेस अमरावती से पुणे छोडी गई है. जिसमें प्रति बस औसतन 40 यात्रियों ने लाभ उठाया है. उनका नियोजन 40 बसेस का था. लेकिन यात्रियों की संख्या को देख़ते हुए 24 बसेसे ही पुणे भेजी गई. अमरावती से बिना आरक्षण के यह विशेष बसे पुणे पहुंची. लेकिन पुणे से अमरावती के लिए सभी सीटो का आरक्षण था. यह विशेष बस पुणे से सीधे अमरावती के लिए ही थी. जिसका कुल 1040 यात्रियों ने लाभ उठाया. इस बस का किराया अमरावती से शुरूआत में 19 और 20 अक्टूबर को 1240 रुपए प्रति यात्री था. लेकिन बाद में उसे 1410 रुपए कर दिया गया. अमरावती की तरह अकोला, नागपुर सहित विदर्भ के अन्य एसटी डिपो से भी विशेष बसेस पुणे के लिए छोडी गई है. जिसे भारी प्रतिसाद मिल रहा है, ऐसा भी बेलसरे ने कहा.
पुणे वापसी का 50 बसेस का नियोजन
दीपावली त्यौहार के बाद जॉब वर्कर और विद्यार्थियों के लिए एसटी महामंडल ने 26 से 31 अक्टूबर तक 50 विशेष एसटी बसेस का नियोजन किया है. ऑनलाईन बुकिंग को हर दिन देखकर बसो की संख्या बढ़ाने का भी नियोजन है. यात्रियों को निजी बस संचालकों की लूट से बचने के लिए एसटी महामंडल ने यह नियोजन किया है.
नीलेश बेलसरे, विभागीय नियंत्रक अमरावती