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दूसरे दिन भी एसटी कर्मियों की हडताल जारी

35 हजार यात्रियों ने किया सफर

* जिले के चार डिपो अंशतः बंद, सैकडों फेरियां रद्द
* सरकारी कर्मचारी जैसी पगार की मांग
अमरावती/दि.4- महाराष्ट्र एसटी कामगार संयुक्त कृति समिति के आवाहन पर मंगलवार से शुरू बेमियादी धरना आंदोलन के बावजूद जिले में न केवल दर्जनों बस फेरियां शुरू रही. बल्कि मोटे तौर पर 35 हजार लोगों ने एसटी बसों से सफर किया. एसटी अधिकारियों ने दावा किया कि केवल 4 डिपो अमरावती, वरूड, दर्यापुर, चांदुर रेल्वे अंशतः सेवा प्रभावित हुई हैं. वही परतवाडा, बडनेरा, मोर्शी और चांदुर बाजार में कर्मचारी हडताल से दूर हैं. उन्होंने बस सेवा जारी रखी हैं. इतना ही नहीं तो गणेशोत्सव के लिए मुंबई से कोकण जाने वाले चाकर मानी के लिए अमरावती जिले से करीब 20 बसें मंगलवार शाम निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार भेंजी गई. इस बीच कृति समिति के अमरावती जिला पदाधिकारी मोहित देशमुख ने दावा किया कि शाम को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ एसटी कर्मियों के प्रतिनिधियों की बैठक के बावजूद हडताल जारी रखने का निर्णय लिया गया था. उस मुताबिक अधिकांश कर्मचारी हडताल में सहभागी होने और बस सेवा पंगु हो जाने का दावा देशमुख ने दैनिक अमरावती मंडल से बातचीत में किया.
50 प्रतिशत सेवा शुरू
विभागीय नियंत्रक नीलेश बेलसरे ने दावा किया कि एसटी की 50 प्रतिशत सेवा रोज की तरह शुरू हैं. जिले में रोज औसतन 1 लाख 5 हजार लोग एसटी बसों से सफर करते हैं. अभी हडताल की आशंका केक कारण यात्रियों की संख्या कम हो सकती हैं. फिर भी अंदाजन 35-37 हजार यात्रियों ने एसटी बसों से सफर किया. उन्होंने बताया कि परतवाडा, बडनेरा, मोर्शी, चांदूर बाजार में हडताल का अधिक असर नहीं हुआ हैं. इतना ही नहीं तो बेलसरे ने दावा किया कि केवल 400 के लगभग कर्मचारी हडताल में शामिल हैं. बाकी नियमित रुप से सेवा में बने हुए हैं. उन्होेंने दावा किया कि मंगलवार को भी केवल 307 कर्मी अपने काम पर नहीं आये थे. बेलसरे ने आज का आंकडा शाम तक देने की बात कही.
यात्रियों को दिक्कत, निजी वाहनों की ओर
एसटी निगम की कथित रुप से सैकडों फेरियां रद्द करने से आम मुसाफिरों को ट्रैवल बसों और अन्य साधनों का आसरा लेना पडा. फलस्वरूप ऐन गौरी गणपति के त्यौहारों के दिनों में आम यात्रियों को परेशानी झेलने का दृश्य दोपहर तक नजर आया. संप कर्मियों ने जहां हडताल को प्रभावी बताया.
क्या है डिमांड, क्यों हुई हडताल
एसटी कामगार कृति समिति के अध्यक्ष असलम खान ने अमरावती मंडल को बताया कि सरकार गत माह से एसटी निगम कर्मियों की डिमांड की ओर अनदेखी कर रही हैं. यह हडताल गत 9 अगस्त से ही होनी थी. सीएम के आश्वासन पर टाला गया. सीएम ने 20 अगस्त तक हमारी मांगो पर समाधान का वादा किया था. आज 4 सितंबर को शाम 7 बजे मुख्यमंत्री से हडताली कर्मचारियों के प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण बैठक होने की जानकारी देते हुए खान ने कहा कि राज्य स्तर पर लिए गए निर्णयानुसार अमरावती में हडताल जारी हैं.
सरकारी कर्मी जितना वेतन
कृति समिति ने कहा कि हमारी केवल इतनी मांग है कि हमें सरकारी कर्मचारी जितना वेतन और समय समय पर उन्हें दिए गए इन्क्रीमेंट हमें भी लागू की जाए. उन्होंने दावा किया कि 2016 से यह डिमांड लगातार की जा रही हैं. पिछली बार भी शासन के आश्वासन पर हडताल स्थगित की गई थी. इस बार ऐसा नहीं होगा.
यह संगठन हडताल में पुरजोर
एसटी कामगारों के अनेक संगठन आज के राज्यस्तरीय प्रदर्शन आंदोलन में बढचढ कर शामिल हैं. उनमें महाराष्ट्र एसटी कामगार संगठन, महाराष्ट्र एसटी कामगार सेना, कास्ट्राईब राप कर्मचारी संगठन, महाराष्ट्र एसटी कर्मचारी कांग्रेस, महाराष्ट्र मोटर कामगार फेडरेशन, महाराष्ट्र एसटी कामगार कांग्रेस, राज्य परिवहन यांत्रिकी कामगार संगठन, बहुजन संगठन संयुक्त कृति समिति, परिवहन मजदूर युनियन, रिपब्लिकन एसटी कर्मचारी संगठन, राष्ट्रीय एसटी कामगार कांग्रेस का समावेश हैं.
यात्री परेशान, विद्यार्थी भी लटके
एसटी निगम की धरना हडताल के कारण सुबह 10 बजे के बाद अमरावती डिपो से गिनती की बसें चांदूर बाजार, चंद्रपुर के लिए रवाना हुई. जिससे डिपो पर सैकडों यात्री एसटी बसों की राह ताकते बैठे थे. चांदूर बाजार की बस आते ही यात्रियों का बडा जत्था उसमें सवार होने के लिए होड करने लगा. यह दृश्य हमारे संवाददाता ने देखा. यही स्थिती चंद्रपुर बस में भी देखी गई. परतवाडा और आसपास के नगरों की ओर जाने वाले यात्री बसों का इंतजार कर रहे थे.

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