सिगरेट पीने वाले के बगल में खडा रहना भी खतरनाक, हो सकता है कैंसर
अमरावती /दि.20– कैंसर का नाम सुनते ही मन में एक अजीब तरह का डर और सिहरन पैदा हो जाता है. लेकिन इस बीमारी के बारे में पूरी जानकारी रहने के बावजूद भी कई लोग इसकी ओर अनदेखी करते है. सभी को पता है कि, तंबाखू सेवन व धुम्रपान का कैंसर सेसीधा संबंध है और इसकी वजह से केवल फुफ्फुस का ही नहीं, बल्कि गले, मुंह, अन्ननलिका, श्वसननलिका व मूत्राशय का कैंसर भी हो सकता है. धुम्रपान से निकलने वाले धुएं के रसायन 9 अलग-अलग तरीके से शरीर को नुकसान पहुंचा सकते है. जिसके चलते धुम्रपान करने वाले व्यक्ति के आसपास खडे रहना और उसके द्वारा छोडे जा रहे धुएं की चपेट में आना भी खतरनाक साबित हो सकता है. क्योंकि लगातार ऐसे व्यक्ति व उसके द्वारा छोडे जाने वाले धुएं के संपर्क में आने की वजह से भी किसी व्यक्ति को कैंसर होने का खतरा होता है.
उल्लेखनीय है कि, फुफ्फुस यानि फेफडों के कैंसर का प्रमाण सबसे अधिक है. जिसमें से 40 फीसद पुरुषों व 20 फीसद महिलाओं की मौत बीडी व सिगरेट पीने की वजह से होती है. एक दिन के दौरान 2 या उससे अधिक पैकेट सिगरेट पीने वालों में कैंसर होने की संभावना 20 गुणा अधिक बढ जाती है. साथ ही बीडी व सिगरेट पीना बंद करने पर कैंसर का संभावित खतरा टल जाता है.
* कैंसर होने के प्रमुख कारण
– मद्यपान
धुम्रपान के दुष्परिणाम को बढाकर उसे कैंसर में तब्दील करने का काम मद्यपान के जरिए होता है. ऐसे में धुम्रपान और मद्यपान करना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है.
– तंबाखू
तंबाखू का सेवन करना या धुम्रपान करना इसे कैंसर के संशोधित कारणों में से सबसे प्रमुख कारण माना जाता है. जिसके चलते तंबाखू सेवन व धुम्रपान का कैंसर से सीधा संबंध कहा जा सकता है.
– प्रदूषण
शहरी वातावरण मेें हवा काफी हद तक प्रदूषित रहती है और हवा मेें घातक रासायनिक कण मिले रहते है. जिसकी वजह से फुफ्फुस का कर्करोग हो सकता है.
– खतरनाक व्यवसाय
कई बार जोखिम भरे कुछ व्यवसायों से कैंसर रोगजनक घटक पदार्थ निकलते है. जिनकी वजह से फुफ्फुस व मूत्राशय के कैंसर सहित अन्य कैंसर होने की भी संभावना रहती है.
– धुम्रपान
फुुफ्फुस का कैंसर धुम्रपान की वजह से होने का प्रमाण सबसे अधिक है. इस कैंसर की वजह से होने वाली मौतों को देखते हुए कहा जा सकता है कि, 40 फीसद पुरुषों व 20 फीसद महिलाओं की मौतें धुम्रपान की वजह से होती है.
* महिलाओं को भी खतरा
महिलाओं में फुफ्फुस व स्तन के कैंसर तथा पुरुषों में फुफ्फुस व प्रोस्ट्रेट ग्रंथी का कैंसर बडे प्रमाण में होने की बात सामने आयी है. अमूमन पुरुषों में कैंसर रहने का प्रमाण अधिक रहता है. परंतु इन दिनों बदलती जीवनशैली व खानपान की बदलती आदतों के साथ ही लगातार बढती व्यसनाधीनता के चलते महिलाओं में भी कैंसर होने का प्रमाण बढ रहा है.
* धुम्रपान करने वाले के बगल में रुकना भी खतरेवाला
सिगरेट व पाइप पीने वालों में फुफ्फुस का कैंसर अन्य कैंसर की तुलना में भले ही कम होता हो, परंतु बीडी व सिगरेट पीने वालों में इसका प्रमाण अधिक है. इसके अलावा तपकीर खींचने से भी गले व मुंह का कैंसर होता है. साथ ही साथ सिगरेट पीने वालों के लगातार आसपास रहने वाले लोगों को भी फुफ्फुस का कैंसर बडे पैमाने पर होने की बात सामने आयी है.