अमरावती

जिले में होमगार्ड पर भुखमरी की नौबत

काम मिलने की कोई गारंटी ही नहीं

अमरावती/दि.8 – किसी भी तरह के बंदोबस्त में पुलिस के साथ कंधे से कंधा लगाकर होमगार्ड को भी तैनात किया जाता है. फिर चाहे वह नियमित बंदोबस्त हो, या फिर दंगा सदृष्य स्थिति हर समय स्थानीय पुलिस की सहायता के लिए होमगार्ड को पूरे अधिकार से बुलाया जाता है. लेकिन होमगार्ड के तौर पर काम करने वाले गृहरक्षकों को नियमित तौर पर काम नहीं मिलता. ऐसे में कई होमगार्ड कभी रिक्षा चलाने का काम करते है, तो कुछ होमगार्ड भवन निर्माण मजदूर के तौर पर ही काम करते है. क्योंकि होमगार्ड के तौर पर सेवा देने वाले जवानों को नियमित रुप से पूरे साल भी काम नहीं मिलता. मिलते चलते उनका घर खर्च चलना भी मुश्किल हो जाता है. जिसकी वजह से उन्हें कोई दूसरे काम खोजने पडते है.
उल्लेखनीय है कि, हाल ही में गृहमंत्री द्बारा होमगार्ड को साल में कम से कम 6 महिने काम मिलने के संदर्भ में घोषणा की गई है. जिसे होमगार्ड के लिए राहत वाली बात माना जा रहा है. परंतु इस घोषणा पर हकीकत में कब तक अमल हो जाएगा. यह फिलहाल तय नहीं है. ऐसी स्थिति में जिले के कई होमगार्ड निजी आस्थापनाओं में सुरक्षा रक्षक के तौर पर काम कर रहे है.
* अब 6 माह मिलेगा गारंटी से काम
राज्य के उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्रीे देवेंद्र फडणवीस ने होमगार्ड को प्रतिवर्ष कम से कम 180 दिन यानि 6 माह काम देने की गारंटी दी है.
होमगार्ड को काम देने के लिए राज्य सरकार द्बारा 350 करोड रुपयों को प्रावधान भी किया गया है. जिसके चलते सभी होमगार्ड में खुद को साल में कम से कम 6 माह काम व रोजगार मिलने की उम्मीद जागी है.
* फिलहाल कितने दिन मिलता है काम
– फिलहाल होमगार्ड को साल भर में मुश्किल से 60 से 70 दिन काम मिलता है.
– अमूमन होमगार्ड को गणेशोत्सव व नवरात्रोत्सव जैसे भीडभाड वाले त्यौहारों के समय तथा कानून व व्यवस्था के लिए खतरे वाली स्थिति पैदा होने पर बंदोबस्त हेतु बुलाया जाता है.
* हाथ में आया काम करते हुए चलाते है खर्च
इस संदर्भ में कई होमगार्ड से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि, जिले में हजारों होमगार्ड है, जो सरकार एवं प्रशासन के बुलावे पर पूरी प्रामाणिकता के साथ अपनी ड्यूटी करते है. लेकिन ड्यूटी पूरी होने के बाद कोई गैरेज चलाता है, तो कोई सिक्यूरिटी गार्ड के तौर पर काम करता है. इसके अलावा कुछ होमगार्ड तो रिक्षा चलाने व मेहनत मजदूरी करने का भी काम करते है. क्योंकि होमगार्ड को कोई नियमित वेतन नहीं मिलता, बल्कि तैनाती की कालावधि हेतु मानधन दिया जाता है और इस अत्यल्प मानधन के लिए भी उन्हें अपना नियमित कामकाज छोडकर आना पडता है. ऐसे में बेहद जरुरी है कि, होमगार्ड को भी सरकार द्बारा नियमित सेवा में शामिल किया जाए और उन्हें पूरे साल भर काम देते हुए वेतन सहित अन्य लाभ अदा किए जाए.

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