भातकुली/दि. ७ – भातकुली के उप बाजार समिति में कृषि माल तारण योजना व कपास बाजार शुरू करने की मांग राष्ट्रवादी युवक कांग्रेस के अमोल भारसाकले ने उठाई है. यहा बता दे कि अमरावती कृषि मंडी से संलग्नित भातकुली की कृषि उप बाजार समिति की अपनी एक अनूठी पहचान थी. एक ऐसा दौर था.
जब यहां की उप बाजार मंडी में बैलगािडयों, घूंगरू की आवाज और कपास बेचने के लिए आनेवाले किसानों की भीड़ नजर आती थी. भातकुली की उपबाजार समिति को ९ एकड १३ गूंठो में स्थापित की गई थी. इस जगह पर पहले कपास संकलन केन्द्र व सब्जी यार्ड था. पणन महामंडल की ओर से कपास खरीदी प्रक्रिया बंद कर दी गई. इसके बाद से यह उप समिति अपनी दुर्दशा पर आँसू बहा रही है. भातकुली कृषि उपज कार्य समिति के कार्यक्षेत्र में आनेवाले गांवों की संख्या १२३ है. इन क्षेत्रों में मुख्यत: सोयाबीन, तुअर व कपास उत्पादक किसानों की तादाद ज्यादा हैे. यह क्षेत्र खारपान पट्टे में समाविष्ट होने से यहां पर सिंचाई नहीं हो सकती है. बावजूद इसके तहसील के किसान अपने अपने तरीके से सिंचाई करते है व कपास की बुआई करते है. यदि भातकुली की उप बाजार समिति शुरू होती है तो निश्चित तौर पर किसानों का समय और पैसे बचेंगे. वहीं मुख्य बाजार समिति का तनाव भी कम होगा. गणोरी, परलाम, उत्तमसरा,गणोजा देवी, दाढ़ी, हरताला, आसरा, निंभा कोलटेके युवाओं को रोजगार उपलब्ध होगा.भातकुली में कपास बाजार,अनाज मार्केट, कृषि माल तारण योजना शुरू करना जरूरी हो गया है.