फूलझेले हटाओ घोषणा के साथ अनशन शुरु
पहले दिन श्रीवास, काले, वानखडे का अनशन
* फूलझेले के विरुद्ध एकता असो. का आंदोलन
* विधायक पोटे पाटिल ने दी भेंट
* उपसंचालक मिसाल ने बुलाया आंदोलनकारियों को
अमरावती/दि.24- भूमिअभिलेख कार्यालय के उपअधीक्षक अनिल फूलझेले पर कास्तकार, बिल्डर्स, ब्रोकर्स और डेवलपर्स के साथ बुरा बर्ताव करने एवं सभी लोगों की लूट करने का आरोप कर एकता प्रॉपर्टी ब्रोकर्स असो. व्दारा आज से जिलाधिकारी कार्यालय के सामने श्रृंखलाबद्ध अनशन शुरु किया गया. पहले दिन अध्यक्ष कैलाश गिरोलकर के नेतृत्व में राम श्रीवास, रवि वानखडे, रवि काले उपवास पर बैठे. आंदोलन को अनेक भुक्तभोगियों ने न केवल समर्थन किया, बल्कि उसमें शामिल भी हुए. पालकमंत्री रह चुके विधायक प्रवीण पोटे पाटिल ने आंदोलनस्थल को भेंट देकर अपने समर्थन, सहयोग की घोषणा कर दी. इससे आंदोलन कर रहे अनशनकर्ताओं का मनोबल बढा.
* उपसंचालक ने बुलाया
भूमि अभिलेख के उपसंचालक डॉ. लालसिंह मिसाल से आंदोलनकारी ने भेंट की. उनसे फूलझेले की लिखित शिकायत की. बताया गया कि आंदोलनकारियों को डॉ. मिसाल ने ही चर्चा के लिए आमंत्रित किया. किंतु आंदोलनकारियों ने फूलझेले को हटाने की मांग पर कायम रहे. जिससे चर्चा विफल रहने का समाचार है.
* आंदोलन में सैकडों हुए शामिल
संजय शिरसाट, दिनेश गडलिंग, साहेबराव साखरे, आशीष काले, प्रमोद गवली, शब्बीर शाह, सुधाकर मोहोड, गजानन बरवट, ओंकार गिरपूंजे, पंकज मेश्राम, राहुल मेश्राम, अंकुश बेलोकार, मिलिंद भोरे, विकास गावंडे, राजेश बलखडे, विनेश आडतिया आदि अनेक एकता प्रॉपर्टी ब्रोकर असो. के आंदोलन को समर्थन कर रहे है और उसमें सहभागी होने का भी दाव उन्होंने किया है.
* फूलझेले पर 9 केसेस
आंदोलनकारियों ने बताया कि उपोषण पर बैठे रामलाल श्रीवास, वानखडे और काले सहित अनेक लोगों को काफी प्रताडित करने वाले फूलझेले के विरुद्ध नागपुर में 9 केसेस दाखिल है. वहां फरार भी बताया गया है. इस दौरान भी उनके व्दारा अमरावती कार्यालय के कुछ प्रकरणों में हस्ताक्षर किए जाने कि शिकायत करने पर भी कार्रवाई नहीं किए जाने का आरोप आंदोलनकारियों ने किया. गोंदिया में कार्यरत रहते फूलझेेले पर एसीबी व्दारा कार्रवाई किए जाने की जानकारी भी दी जा रही है. ऐसे ही मैट से फूलझेले ने कथित रुप से स्थगनादेश प्राप्त किया है. बहरहाल ताजा आंदोलन के संदर्भ में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, राजस्व मंत्री विखे पाटिल और विधायक सुलभा खोडके, प्रवीण पोटे को निवेदन भेजे गए हैं.