अमरावती/प्रतिनिधि दि.१६ – डायरीया से पांच वर्ष तक के बच्चों की मृत्यु होने का प्रमाण सर्वाधिक है. इस बीमारी से बच्चों की सुरक्षा करने के लिए प्रति वर्ष 15 से 30 जुलाई तक डायरीया नियंत्रण पखवाड़ा स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाया जाता है. इसी कड़ी में जिले में यह पखवाड़ा चलाया जा रहा है. इस पखवाड़े के तहत विविध उपक्रम चलाये जाएंगे.जिसके अंतर्गत बच्चों में डायरीया की शिकायत न बढ़े, इसके अलावा कोविड-19 पर प्रतिबंध लगाने के लिए जनजागृति की जा रही है.
डायरीया की बीमारी का सामना करने वाले बच्चों को ओेआरएक्स और झिंक दवा पिलाने पर उनकी शिकायतें दूर की जा सकती है. बच्चों को दिन में तीन से ज्यादा मर्तबा जुलाब की शिकायत होने पर ओआरएस देना चाहिए. शिकायत दूर होने तक ओआरएस देते रहना चाहिए. डायरीया बीमारी से ग्रस्त बच्चों को 24 दिनों तक झिंक दवा पिलानी चाहिए. डायरीया थमने के बाद भी झिंक दवा देनी चाहिए. बच्चों को स्वच्छ हाथों से पानी पिलाना चाहिए. यह आवाहन स्वास्थ्य विभाग की ओर से किया गया है.