अमरावती/प्रतिनिधि दि.२० – स्पर्धा परीक्षा की तैयारी विद्यार्थी यदि १० वीं से ही शुरू करे तो ऐसे विद्यार्थी २२ या २३ साल की उम्र में ही अधिकारी बन सकते है. इतना ही नहीं स्पर्धा परीक्षा की तैयार करने से व्यक्तिमत्व का जो विकास होता है वह अन्य क्षेत्र में भी नौकरी करने के लिए काम आता है, ऐसा प्रतिपादन आज उत्तराखंड के डीआयजी श्री निलेश भरणे आयपीएस, सांगली के सहायक जिलाधिकारी विशाल नरवाडे, नागपुर के जीएसटी कार्यालय के डेप्युटी कमिशनर स्वच्छंद चव्हाण व तहसीलदार डॉ. प्रियंका ने मिशन आयुष्य के प्रयासों से आयोजित किए गये अलग-अलग कार्यक्रम में बोलते समय किया. विगत दिनों १० वीं परीक्षा परिणाम आने से इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के ३६ जिले से ५ हजार से ऊपर विद्यार्थी शामिल हुए थे. विशेष यह कि सभी अधिकारियों ने स्पर्धा परीक्षा में बैठनेवाले स्पर्धा परीक्षा के संदर्भ में सभी ओर से सहयोग करने का कहा है. इसके अलावा उत्तराखंड के डीआयजी व नागपुर निवासी श्री निलेश भरणे ने अपने मोबाइल नंबर पर वॉट्सअॅप नंबर कार्यक्रम में बताकर स्पर्धा परीक्षा में बैठनेवाले विद्यार्थियों को कभी भी फोन करने की सूचना दी. उन्होंने स्वयं बताया कि मुझे १० वीं में ५० प्रतिशत अंक मिले थे. मैंने ८ बार आयएएस की परीक्षा दी. सात बार फैल हुआ. जैसा मैंने किया. वे सभी करे तो वह विद्यार्थी निश्चित रूप से अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है. श्री स्वच्छंद चव्हाण ने कहा कि शाला में पढ़ते समय जो मेहमान आते थे वह अधिकारी होते थे. जिसके कारण मुझे अधिकारी होने की प्रेरणा मिली. ऐसा उन्होंने कहा.
उसी प्रकार उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षा में बैठनेवाले विद्यार्थियों ने व्यक्तिमत्व तत्पर तेजस्वी व तपस्वी बनाने के लिए शाला के महाविद्यालय के अलग-अलग कार्यक्रम में भाग ले. श्री विशाल नरवाडे ने कहा कि हर रविवार को सायंकाल ७ बजे ऑनलाईन आकर विद्यार्थियों की सभी शंकाओं का समाधान करेंगे. ऐसा भी आश्वासन दिया. साढे तीन घंटे चले इस कार्यक्रम में सभी आयएएस ,आयपीएस व अधिकारियों ने विद्यार्थियों को विस्तारपूर्वक मार्गदर्शन किया. इसके अलावा विद्यार्थियों ने पूछे गये प्रश्नों के उत्तर भी दिए. यह कार्यक्रम मिशन आयएएस जलगांव उत्तम आंदोलन अगला कदम महाराष्ट्र सूचना तकनीकी केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम का संचालन मिशन आयएएस के संचालक प्रा. डॉ. नरेशचंद्र काठोले, सहसंचालक प्रा. प्रवीण खांडवे, प्राचार्य उमेशकुमार बागुल व रूपाली पाटिल ने किया. अतिथियों का परिचय जलगांव शाखा के समन्वयक श्री प्रवीण पवार ने किया. कार्यक्रम का समापन सूचना सहायता केन्द्र की सदस्य कुमारी रूपाली पाटिल के आभार प्रदर्शन से हुआ. हुई.