अमरावती

बाल श्रम निर्मूलन पर राज्य परिषद

कडू ने कहा- बच्चों को पढाएं, काम न कराएं

सर्किट हाउस में आयोजन
अमरावती दि.7– स्थानीय कैम्प स्थित विश्रामगृह में आज बाल मजदूर मुक्त राज्यस्तरीय परिषद का आगाज पूर्व मंत्री बच्चू कडू की उपस्थिति में हुआ. शिक्षा कार्यकर्ता हेमांगी जोशी और बाल अधिकार अलायंस के डॉ. सतीश गोगुलवार, दिशा के प्रवीण खांडपासोले प्रमुखता से उपस्थित थे. परिषद की मेजबान अपेक्षा होमिओ सोसायटी गुरुकुंज मोझरी की प्रकल्प संचालक संजीवनी ठाकरे ने प्रस्तावना रखी. आज के विविध सत्र की जानकारी दी.
* अनेक मान्यवरों के संबोधन
परिषद ने राष्ट्रीय संयोजक व्यंकट रेड्डी ने बाल श्रम मुक्ति क्षेत्र बनाने पर उद्बोधन किया. उन्होंने बाल श्रम रोकने वाले अभियान की कल्पना भी सामने रखी. ऐसे ही अन्य सत्रों में दीनानाथ वाघमारे, हेमंत कुलकर्णी, मधुकर गुमले, डॉ. सतीश गोगुलवार और प्रवीण खांडपासोले उद्बोधन कर रहे है. उनके विषय कोविड के बाद बाल श्रम की स्थिति, बाल मजदूरी मिटाने की चुनौति, शालाबाह्य बच्चों की समस्याएं तथा बाल श्रम- सरकार की भूमिका एवं कानूनी सीमाएं आदि हैं. परिषद में कृति योजना बनेगी. जिसके आधार पर पूरे राज्य में बाल श्रम मुक्त क्षेत्र के निर्माण पर जोर रहेगा. बता दें कि, दिल्ली में हुई राष्ट्रीय परिषद में बाल श्रम मुक्त क्षेत्र बनाने पर खास चर्चा हुई थी. जिसके बाद कृति योजना पर जोर दिया गया था. उसी के तहत यह राज्यस्तरीय परिषद आयोजित है. परिषद को संबोधित करते हुए, विधायक बच्चू कडू ने बाल श्रम को समाज के लिए कलंक बताया और कहा कि, खेलने-कुदने और पढने की आयु में बच्चों पर काम का बोझ डालना सर्वथा अनुचित है.

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