बहुजनों के साथ द्बेष भावना से काम कर रही राज्य सरकार
प्रोटॉन संगठन ने लगाया आरोप, सौंपा ज्ञापन

अमरावती/दि.13 – पुणे स्थित बीजे सरकारी मेडिकल कॉलेज व ससुन हॉस्पिटल के अधिष्ठाता पद से डॉ. विनायक काले का तबादला कर उन्हें पुणे स्थित महाराष्ट्र मानसिक संस्था के संचालक प्राध्यापक इस गैर संवेधानिक व कनिष्ठ पद पर नियुक्त किए जाने को पूरी तरह से नियमबाह्य बताते हुए राष्ट्रीय मूल निवासी बहुजन कर्मचारी संघ की प्रोटॉन शाखा ने निषेध किया है. साथ ही जिलाधीश के जरिए सौंपे गए ज्ञापन में आरोप लगाया है कि, राज्य सरकार द्बारा बहुजन समाज के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ जातिय व सामाजिक द्बेष भावना रखते हुए व्यवहार किया जा रहा है.
इस ज्ञापन में कहा गया है कि, केवल 9 माह पहले डॉ. विनायक काले को बीजे मेडिकल कॉलेज व ससुन हॉस्पिटल में अधिष्ठाता नियुक्त किया गया था और इस समय उनका तबादला करने की कोई वजह नहीं थी. क्योंकि वे तबादले हेतु पात्र नहीं थे. लेकिन इसके बावजूद उन्हें गैर कानूनी ढंग व नियमबाह्य तरीके से ट्रान्सफर किया गया. साथ ही संचालक प्राध्यापक जैसे गैर संवेधानिक व कनिष्ठ पद पर नियुक्ति देते हुए उनकी पदावनती की गई. जिसका सीधा मतलब है कि, अनुसूचित जाति से वास्ता रखने वाले डॉ. विनायक काले को जानबुझकर पद से हटाया गया. ताकि इस पद पर डॉ. संजीव ठाकुर की नियुक्ति करते हुए उन्हें फायदा पहुंचाया जा सके.
ज्ञापन सौपते समय प्रोटान के विभागीय सचिव प्रा. तपोवीन पाटील सहित संगठन के अनेकों पदाधिकारी उपस्थित थे.