राज्य सरकार की विधिमंडल पंचायत राज समिती पहुंची जिला दौरे पर
विदर्भ प्रशासकीय प्रबोधिनी सभागृह में जिप अधिकारियों के साथ ली बैठक
अमरावती/दि.8 – राज्य सरकार की विधिमंडल पंचायत राज समिती 7 अक्तूबर को जिला दौरे पर पहुंची. 12 से अधिक विधायक इस समिती में शामिल थे. अन्य सदस्य भी आज पहुंचने की जानकारी है. पीआरसी के पहले ही दिन यह बैठक विदर्भ प्रशासकीय प्रबोधिनी सभागृह में ली गई. समिती सदस्यों ने शिक्षा, सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग व अन्य विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगायी.
बता दें कि, 7 अक्तूबर से तीन दिन पंचायतराज समिती जिला दौरे पर है. समिती के प्रमुख विधायक संजय रायमुलकर के साथ विधायक प्रदीप जायसवाल, महादेव जानकार, विक्रम काले, प्रतिभा धानोरकर, श्रीकृष्ण गजभिये, सुरेश धस, किशोर पाटील, अजय पाटील, कैलाश घाडगे का समावेश है. पीआरसी समिती ने बैठक में वर्ष 2016-17 का लेखा परीक्षा पुर्णविलोकन अहवाल जिला परिषद के संबंधित अधिकारी और सीओ के हस्ताक्षर से मांगा गया.
इस समय इस मामले से जुडे सभी अधिकारियों से एक-एक कर जानकारी समिती के सदस्यों ने ली. देर रात तक समिती के सदस्यों द्वारा जिला परिषद के अधिकारियों से एक-एक कर जानकारी ली जा रही थी. जिनमें पीएचसी, शाला, आंगनवाडी केंद्र, ग्रामपंचायत, पंचायत समिती के विविध किये गये कार्यों का भी पंचायतराज समिती मुआयना करेगी, यह भी जानकारी दी गई.
काफिले में है 40 वीआईपी गाडियों का समावेश
पीआरसी सदस्यों के दौरे को ध्यान में रखते हुए जिला परिषद प्रशासन ने पहले ही तैयारी की थी. जिला परिषद की ओर से करीब 40 वीवीआईपी गाडियों का काफिला तैयार किया गया था. जिनमें रेडकार्पेट, स्टैंर्डड के साथ ही सभी महत्वपूर्ण गाडियों का भी इन काफिलों में समावेश किया गया था.
विविध गांवों में पहुंचेगा पीआरसी पथक
पंचायतराज समिती पहले ही दिन बैठकों में व्यस्त रही. आज 8 अक्तूबर को पीआरसी प्रमुख समिती के सदस्य अलग-अलग पथक तैयार कर जिले के विविध गांवों में मुआयना करेंगे. जिसके चलते जिला प्रशासन अधिकारियों की धडकनें बढ गयी है. जानकारी के मुताबिक यह पथक जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जिप शाला, ग्राम पंचायत के निर्माण कार्य का जायजा लेंगे. इसके अलावा पंचायत समिती गुटविकास अधिकारी व संबंधित अधिकारियों से जानकारी के साथ ही लिखित में पत्र भी लेंगे. जिसके चलते अधिकारियों में विविध चर्चाओं का बाजार गर्म हो चुका है. बताया जाता है कि, इस तीन दिवसीय दौरे में कई अधिकारियों पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है.