राज्य जीएसटी सर्विस सेल की मीटिंग
सह आयुक्त पोखरकर ने किया शिकायतों का निराकरण
अमरावती/दि. 8 – व्यापारी-उद्योजक एव टैक्स प्रेक्टिशनर की जीएसटी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समस्याओं का निराकरण सर्विस सेल की मीटिंग आयोजित की गयी. जीएसटी अमरावती संभाग के पांच जिल्हो की मीटिंग सह आयुक्त अमरावती संभाग संजय पोखरकर की प्रमुख उपस्थिति में संपन्न हुई. सभा मे उपायुक्त सोपान सोलंके एवं डॉ. अर्चना चौहान ने प्रमुखता से सहभाग लिया.
मीटिंग की शुरूआत में एड. पंकज पुरोहित ने जीएसटी रजिस्ट्रेशन में हो रहे विलंब का मुद्दा उपस्थित करते हुए कहा कि आवश्यक दस्तावेज की पूर्तता करने के बाद भी अनावश्यक कागजात की मांग की जाती है यह उचित नही है. अकोला के एड. गिरीश धाबलिया ने मांग रखी कि शो कोज नोटिस मात्र पोर्टल पर ही जारी की जाती है .उसे प्रत्यक्ष रूप से भी भेजा जाना चाहिए जिससे करदाता को समय पर जवाब देने में आसानी होंगी.
सीए आदित्य खंडेलवाल ने सुझाव दिया कि यदि कोई भी नोटिस के जवाब से अधिकारी संतुष्ट नही है तो उनको जीएसटी धारक को शो कॉज देने से पूर्व व्यक्तिगत रूप से बुलाकर उसे हियरिंग का मौका देना चाहिए. एड. जगदीश शर्मा ने कहा कि जिनकी अपील खारिज हो चुकी है और जब कि अभी जीएसटी ट्रिब्यूनल का गठन होना बाकी है ऐसी परिस्थिति में विवादित कर का 10% प्रतिशत अतिरिक्त कर भरवाकर उन्हें स्टे मिलना चाहिए. ऐसा संशोधन हो चुका है .फिरभी जीएसटी विभाग की तरफ से 20% विवादित कर की राशि भरने की मांग की जा रही है. जो कि सरासर गलत है. अमरावती चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष विनोद कलंत्री ने व्यवसाय कर रिटर्न पर लगने वालीं लेट फी का मुद्दा उपस्थित किया .अनराजिस्टर्ड कालावधि में व्यवसाय कर की देयता 200/ रहने पर भी लेट फि प्रति रिटर्न 1000/ लगायी जाती हैं जब कि कानून में ऐसा प्रावधान नही है.
चर्चा के दौरान वैट रजिस्ट्रेशन का मुद्दा भी सामने आया कि वैट रजिस्ट्रेशन को मुंबई में केंद्रित किया गया है. जिससे स्थानिक व्यापारियों को दिक्कते आती है. और व्यापारियों को दंड भी भरना होता है .अतः अमरावती जीएसटी संभाग के लिए एक अलग वैट अधिकारी की नियुक्ति करना बहोतही जरूरी है. यह मांग सभी उपस्थितियो ने पुरजोर तरीके से रखी. अमरावती विभागीय जीएसटी सह आयुक्त संजय पोखरकर ने सभी विषयों की गम्भीरता से नोंद ली और कुछ मसलों पर उन्होंने अकोला, यवतमाल, खामगांव एव वाशिम के मुख्य अधिकारियों को विडिओ कॉन्फेंस के माध्यम से हातो-हात चर्चा कर के निराकरण किया साथही आवश्यक निर्देश भी दिए. सह आयुक्त पोखरकरजी की तत्परता की उपस्थित सभी ने सराहना की.
सभा मे उपस्थितियों के प्रति जीएसटी विभाग की और से असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ सहायुक्त की और से श्री बबन गड़पायले और उद्योजक व्यापारी की और से एमआईडीसी के सचिव आशीष सावजी ने आभार व्यक्त किया इस अवसर पर अधिकारी वर्ग की और से सह आयुक्त अमरावती संभाग संजय पोखरकर,उपायुक्त डॉ. अर्चना चौहान एव सोपान सोलंके, टैक्स अधिकारी प्रफुल्ल गावंडे,व्यवसाय कर अधिकारी पल्लवी नेरकर, टैक्स निरीक्षक कीर्ति ठाकरे, निरीक्षक आशीष इंझालकर, टैक्स असिस्टेंट प्रजक्ता चौधरी एव असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ सहायुक्त बबन गड़पायले उपस्थित थे. तथा अमरावती चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष विनोद कलंत्री, व्हिटीपीए के पूर्व अध्यक्ष एड. जगदीश शर्मा, एमआयडीसी के सचिव आशिष सावजी, सीए आदित्य खंडेलवाल, अमरावती टैक्स बार के सचिव एड. अय्याज खान, एड गिरीश धाबलिया अकोला, एड. पंकज पुरोहित, एड. आर. एस. लढ्ढा, एड. संदीप अग्रवाल, बैंक एसोसिएशन के प्रतिनिधि एस. एस. भोकरे, एड. यश शर्मा, एड. कुशल धाबलिया आदि ने चर्चा में सहभाग लिया.