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स्टेट हाईवे बने ‘डेंजरस’, 53 मौतें

जिले की सडकों पर 90 दिन में 164 हादसे, 92 जानें गई

* सडक पर हर दिन किसी एक की मौत
अमरावती/दि.13 – जारी वर्ष में जनवरी से मार्च इन तीन माह के दौरान जिले में राष्ट्रीय व राज्य महामार्ग सहित अन्य मार्गों पर कुल 164 सडक हादसे घटित हुए. जिनमें 92 लोगों की जानें गई. जिसमें से सर्वाधिक 93 हादसे राज्य महामार्ग पर घटित हुए, जिनमें 53 लोगों की मौत हुई. ऐसे में कहा जा सकता है कि, स्टेट हाईवे काफी हद तक डेंजरस यानि खतरनाक हो गए है. साथ ही जिले में विगत 90 दिनों के दौरान रोजाना ही कम से कम एक व्यक्ति की मौत सडक हादसे में हुई है.
विगत 3 माह के दौरान राष्ट्रीय महामार्ग पर कुल 33 हादसे घटित हुए, जिनमें 22 लोगों की मौत हुई. वहीं अन्य मार्गों पर घटित 38 हादसों में 17 लोगों की जानें गई.
उल्लेखनीय है कि, जिले में सडक हादसों की संख्या को कम करने हेतु एसपी अविनाश बारगल के मार्गदर्शन में ग्रामीण यातायात शाखा के पुलिस निरीक्षक गोपाल उंबरकर द्बारा विगत 2 वर्षों से सडक हादसों की वजहों का सुक्ष्म अवलोकन करने के साथ ही जनजागृति मुहिम भी चलाई जा रही है. जिसके तहत ‘यम हैं हम’ तथा ‘हेडलेस मैन’ जैसे अभियानों के जरिए लगातार जनजागरण किया जा रहा है. लेकिन इसके बावजूद तेज रफ्तार वाहन चलाने की वजह से घटित होने वाले सडक हादसों की संख्या दिनोंदिन बढती जा रही है.

* डेंजरस ड्रायविंग के 20 शिकार
रफ्तार को नियंत्रित रखने पर आवागमन एवं यातायात सुचारु रहता है. सडक हादसों के आंकडों को देखने पर पता चलता है कि, सर्वांधिक हादसे व मौतें तेज रफ्तार व अनियंत्रित ढंग से वाहन चलाने की वजह से घटित हुए. मार्च माह के दौरान 26 लोगों की सडक हादसों में मौत हुई. जिसमें सर्वाधिक 20 लोग डेंजरस ड्रायविंग का शिकार हुए.
– गोपाल उंबरकर,
पुलिस निरीक्षक, ग्रामीण यातायात पुलिस विभाग

* 120 से उपर वाहनों की रफ्तार
राष्ट्रीय एवं राज्य महामार्ग पर वाहन बेहद लापारवाहीपूर्ण ढंग से तेज रफ्तार के साथ चलाए जाते है. इन मार्गों पर कुछ चुनींदा स्थानों पर ही यातायात पुलिस व हाईवे पुलिस की मौजूदगी रहती है. ऐसे में वाहन चालकों की रफ्तार पर किसी की नजर नहीं रहती. जिसका फायदा उठाकर वाहन चालकों द्बारा पूरी रफ्तार के साथ अपने वाहन दौडाए जाते है और इसी वजह के चलते सबसे अधिक सडक हादसे घटित होते है.

* यातायात शाखा का सूक्ष्म अवलोकन
ओवर स्पीड, डेंजरस ड्रायविंग, शराब पीकर वाहन चलाना, राँग साइड वाहन चलाना, बीना हेल्मेट के वाहन चलाना, सिग्नल तोडना, बिना सिटबेल्ट के वाहन चलाना, वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करना व लेन कटींग करना जैसी वजहों के चलते ही अधिकांश सडक हादसें घटित होते है. ऐसे में किस वजह के चलते हादसा घटित हुआ है. इसका सूक्ष्य अध्ययन जिला यातायात शाखा द्बारा किया जा रहा है. जिसमें पता चला कि, सर्वाधिक हादसों व मौतों के पीछे डेंजरस ड्रायविंग की मुख्य वजह थी. विगत 1 माह के दौरान घटित हुए 49 हादसों में से 34 हादसें डेंजरस ड्रायविंग तथा 12 हादसे ओवर स्पीडिंग की वजह से घटित हुए.

* जनवरी से मार्च माह के दौरान हादसे व मौतें
मार्ग      हादसे   मौतें
राष्ट्रीय    33     22
राज्य     93     53
अन्य     38     17
कुल      164    92
– वर्ष 2022 में जनवरी से मार्च माह के दौरान जिले में कुल 154 सडक हादसे घटित हुए थे. जिसमें से 90 हादसे बेहद भीषण थे. जिनमें 97 लोगों की मौत हुई थी.

– जिले में जिन स्थानों पर प्राणांतिक हादसे घटित हुए, उन स्थानों का नक्शा

– विगत 3 माह के दौरान घटित दुर्घटनाओं के दुर्घटना स्थल को दिखाने वाला नक्शा

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