अमरावतीमहाराष्ट्र

नाविण्यपूर्ण निर्देशों पर होगा राज्यव्यापी अमल

शालेय शिक्षा मंत्री दादा भुसे ने जारी निर्देश

* बैठक मेें शिक्षकों की समस्याओं को भी जाना
अमरावती /दि.7– उपक्रमशील शिक्षकों व शिक्षा के क्षेत्र में प्रदीर्घ सेवा देने वालों की ओर से कई नाविण्यपूर्ण सूचनाएं प्राप्त हो रही है. प्रमुख तौर पर सरकारी शालाओं में पटसंख्या बढाने हेतु मिली सूचनाओं पर प्रभावी रुप से राज्यव्यापी अमल किया जाएगा. इस आशय की जानकारी शालेय शिक्षा मंत्री दादा भुसे द्वारा दी गई.
गत रोज स्थानीय जिला नियोजन भवन में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक व उपक्रमशील शिक्षकों का चर्चासत्र आयोजित किया गया था. इस समय जिलाधीश सौरभ कटियार, मनपा आयुक्त सचिन कलंत्रे, विभागीय शिक्षा मंडल के अध्यक्ष अनिल साबले, शिक्षा उपसंचालक निलिमा टाके आदि उपस्थित थे.
इस बैठक में शालेय शिक्षा मंत्री दादा भुसे ने कहा कि, विद्यादान का कार्य करने वाले शिक्षक ही शिक्षा क्षेत्र के मानबिंदू है, जो कई समस्याओं व दिक्कतों का सामना करते हुए नाविण्यपूर्ण उपक्रम भीचलाते है. शिक्षकों के पास रहने वाले अशैक्षणिक कामों का बोझ कम करने हेतु एक समिति स्थापित की गई है. जिसके चलते आगामी समय में शिक्षकों की कई छोटी-बडी समस्याएं हल हो जाएगी. इसके साथ ही शिक्षकों व संस्था चालकों की समस्याओं व दिक्कतों की जानकारी को भी दर्ज किया गया है. जिनका समाधान करने का जल्द ही प्रयास किया जाएगा. इसके साथ ही मंत्री भुसे ने यह भी कहा कि, शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने सभी शालाओं को भेंट देते हुए स्वच्छता व पोषण आहार के संदर्भ में आवश्यक कदम उठाने चाहिए और कही पर भी हुई अनुुचित बात दिखाई देने पर कडी कार्रवाई भी करनी चाहिए.

* रोगायो के जरिए सुरक्षा दीवार
राष्ट्रीय शैक्षणिक नीति पर अमल करते हुए चरणबद्ध ढंग से सीबीएसई में शिक्षा देने की बात कहते हुए शालेय शिक्षा मंत्री दादाजी भुसे ने बताया कि, इसके तहत स्थानीय विषयों को प्राधान्य दिया जाएगा. शिक्षा सुधार में जनसहभाग सबसे महत्वपूर्ण होता है. जिसके जरिए शैक्षणिक समस्याओं सहित विद्यार्थियों के मुद्दों का भी समाधान खोजने का प्रयास किया जाएगा. जिला नियोजन में शालेय शिक्षा हेतु 3 फीसद निधि आरक्षित होती है. जिसके जरिए शाला दुरुस्ती व नई वर्ग कक्षाओं के निर्माण का काम शुरु किया जाएगा. साथ ही इन सभी बातों को प्रशासन के मार्फत आम नागरिकों के बीच लेकर जाया जाएगा.

* जलजीवन के जरिए उपलब्ध होगा पानी
इस बैठक में मंत्री दादा भुसे ने आवाहन किया कि, शालाओं ने जलजीवन मिशन के जरिए पीने के पानी की व्यवस्था करनी चाहिए. साथ ही गुणवत्तापूर्ण आनंददायी शिक्षा के लिए सभी ने पहल करनी चाहिए. इस समय शिक्षा उपसंचालक निलिमा टाके ने प्रास्ताविक के जरिए शिक्षा विभाग की समीक्षा पेश की. साथ ही प्राथमिक शिक्षाधिकारी, माध्यमिक शिक्षाधिकारी व जिला शिक्षक व प्रशिक्षण संस्था के प्राचार्य ने शिक्षा संबंधी प्रेझेंटेशन दिया. इस समय उपक्रमशील शिक्षक अविनाश नरवाडे, राकेश मडावी, राजू शिंदे, सिद्धार्थ ठोंबरे, ललीत बुरे, अंजलि देव, अंकुश गावंडे, नागेश वारे, प्रमोद ठोंबरे, वजाहत अली व बांगर ने नवउपक्रमों का प्रस्तुतीकरण किया.

 

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