नागपुर- दि.22 राज्य का पहला बडा प्लोटिंग सोलर प्लांट चंद्रपुर के इरई बांध प्रकल्प पर साकार किया जायेगा. महाजेनको ने इसके लिए 105 मेगावाट प्लांट क्षमता की निविदा निश्चित की है. सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी सतलज जल विद्युत मंडल (एसजीव्हीएन) को 514 करोड रूपये में यह काम वितरित किया गया है.
इस प्रकल्प का पूर्ण खर्च 850 करोड रूपये है. एसजीव्हीएन इसके लिए बिजली वहन यंत्रणा भी तैयार करेगा. नई मुंबई मनपा भी 100 मेगावाट क्षमता का सोलर प्लांट साकारेगी. किंतु मनपा ने अब तक निविदा निश्चित नहीं की. इरई बांध प्रकल्प पर सोलर प्लांट का काम 15 महिनों में पुर्ण करवाना है. इसके लिए महाजेनको बोर्ड इस पर विचार करेगा और मंजूरी प्रदान करेगा. यह प्रकल्प महावितरण व महाराष्ट्र विद्युत नियामक आयोग की मंजूरी पर अवलंब रहेगा. निविदा शर्त के अनुसार एसजीव्हीएन में तैयार होनेवाली बिजली 3.94 रूपये प्रति युनिट के दाम पर बेचनी होगी.
दो कंपनियों ने इस प्रकल्प के लिए टेंडर भरे थे. एसजीव्हीएन ग्रीन एनर्जी सहित अवाडा भी सहभागी थी. इसके लिए ई-रिव्हर्स बोली 19 अक्तूबर 2022 को हुई. एसजीव्हीएन ने तब 4.10 रूपये प्रति युनिट व आवाड ने 4.35 रूपये दर निश्चित की थी. उसके पश्चात एसजीव्हीएन ने इसमें सुधार करते हुए 3.93 रूपये दर निश्चित की. यह प्रकल्प जलस्त्रोतों के 200 हेक्टर परिसर में साकार होगा.इस प्रकल्प के 2 लाभ है. पहला इसके लिए जगह की आवश्यकता नहीं पडेगी. अगर यह प्रकल्प जमीन पर साकार किया जाता तो लगभग 420 एकड जगह इसके लिए लगनी थी.